बेतिया: बिहार के पश्चिम चंपारण के बेतिया के जीएमसीएच का ओपीडी मेडिकल छात्रों ने बंद करा दिया (Medical Students Strike In Bettiah GMCH) है. छात्रों ने हड़ताल कर दिया है. जिससे मरीजों का हाल बेहाल हो गया है. मेडिकल छात्रों का आरोप है कि उन्हें बिजली नहीं मिल रही है. जब तक बिजली सप्लाई नहीं की जाएगी और बिजली का स्थाई निदान नहीं किया जायेगा. तब तक हड़ताल जारी रहेगा. मेडिकल छात्रों का आरोप है कि क्लास रूम में भी बिजली सप्लाई नहीं है. हॉस्टल में भी बिजली नहीं रहती है. जिससे हमलोगों की पढ़ाई बाधित हो गई है. यहां पर साफ-सफाई नहीं है. पानी की भी व्यस्था नहीं है.
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'भीषण गर्मी में बिजली नहीं मिल रही है. जेनरेटर में तेल नहीं है. अस्पताल प्रशासन हमारी सुन नहीं रहा है. इसलिए हमलोग बाध्य होकर हड़ताल कर दिए हैं. प्रार्चाय के यहां जेनरेटर लगा है. हम गर्मी से परेशान हैं. सोने में दिक्कत है, पढ़ने में दिक्कत है. एग्जाम आने वाला है, नहीं पढ़ेंगे तो फेल हो जाएंगे. हॉस्टल में सफाई नहीं हैं, बगल वाले लॉज से नहा कर आते है. हमलोग को यहां बहुत दिक्कत है.' - हड़ताली मेडिकल छात्र
बेतिया GMCH में मेडिकल छात्रों का हड़ताल : मेडिकल छात्रों के हड़ताल से जीएमसीएच में मरीजों को भारी परेशानी (Condition of Patients in GMCH Is Poor) हो रहा है. दूर-दूर से आये मरीजों का इलाज नहीं हो पा रहा है. जिससे मरीजों की स्थिति दयनीय हो गई है. परिजनों का कहना हैं हम लोगों काफी दूर से आते हैं. मरीज साथ में हैं. लेकिन यहां आने के बाद पता चला की यहां हड़ताल हैं. ऐसे में हम पेशेंट को लेकर कहां जाये. गौरतलब है कि बिहार के बेतिया जीएमसीएच अक्सर विवाद में रहता है. कुछ महीना पहले यहां जारी नर्सिंग स्टाफ और जूनियर डॉक्टरों के बीच लड़ाई (Fighting in Bettiah GMCH) का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ था. जिसमें तीन मरीज अपनी जान गवां चुके थे. जबकि दर्जनों भर्ती डिलीवरी पेशेंट दर्द से कराह रहे थे. जो नवजात थे, उन्हें भी कोई देखने वाला नहीं था. परिजन खुद अपने से इलाज कर रहे थे.