पश्चिमी चंपारण(बगहा): जिले से होकर बहने वाली मशान नदी एक पहाड़ी नदी है. जो पूर्व में रामनगर प्रखंड के इलाके से होकर गुजरती थी. लेकिन सालों से कटाव करते हुए यह अब अपनी धारा मोड़ चुकी है. कटाव करते-करते तकरीबन एक किमी के दायरे को खुद में समा चुकी है. जिससे नदी बगहा एक प्रखंड के हिस्से तक पहुंच चुकी है. जब पहाड़ पर भारी बारिश होती है तब इस नदी की विनाशलीला शुरू हो जाती है. इस साल पहले बरसात में ही इसने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है और धीरे धीरे कटाव करने लगी है.
सैकड़ों एकड़ फसल हो चुका तबाह
मशान नदी के तांडव से रामनगर विधानसभा और बगहा विधानसभा इलाके का एक बड़ा तबका लंबे समय से बाढ़ और कटाव से काफी प्रभावित होता रहा है. ग्रामीणों का कहना है कि नदी में पानी का स्तर बढ़ते ही कटाव शुरू हो जाता है. इस साल भी देखते-देखते सैकड़ों एकड़ फसल मशान नदी की भेंट चढ़ चुकी है. उन्होंने बताया कि नदी ने अपना रुख बदलकर सलहा बरियरवा पंचायत के झारमहूई, अजमल नगर और बरियरवा सहित कई गांवों को अपनी जद में लेना शुरू कर दिया है.
सता रहा बाढ़ का खतरा
ग्रामीणों ने बताया कि पंचायत को कटाव से बचाने के लिए जलसंसाधन विभाग ने एक किमी का गाइड बांध बनाया गया है. यदि उसका विस्तार सलहा पूल तक कर दिया जाता तो इलाके के लोगों को कटाव से निजात मिल सकता है. उन्होंने बताया चुकी मशान नदी की धारा का रुख झारमहूई गांव की तरफ हो गई है और नदी ने इस तरफ एक नाले का रूप ले लिया है. ऐसे में लोगों में कटाव और बाढ़ का भय बना हुआ है.
प्रशासन रख रही है नजर- एसडीएम
इस संबंध में बगहा एसडीएम विशाल राज ने बताया कि प्रशासन और अभियंताओं की टीम इस इलाके पर नजर बनाए हुए है. कटाव वाले इलाके पर लगातार निगरानी की जा रही है. कटाव स्थल के पास सुरक्षात्मक कार्यों के लिए हजारों बोरियां सामग्री तैयार कर रखी गई है. जरूरत पड़ने पर कार्य में और गति लाई जाएगी.