बगहा: जिले में लगातार हो रही बारिश से गंडक सहित पहाड़ी नदियां उफान पर हैं. 24 घंटे से लगातार रुक-रुक कर बारिश होने से मसान पहाड़ी नदी उग्र रूप अपना चुकी है और अपने दोनों तरफ तबाही मचा रही है. हालात यह है कि बाढ़ और कटाव के भय से लोग रात भर जागने को मजबूर हैं.
नदी ने शुरू किया कटाव
दरअसल, मसान नदी के तांडव से जहां रामनगर इलाके के शेरहवा, इनार बरवा, तमकुही, जोगिया और महुई समेत कई गांवों में कटाव शुरू हो गया है. जोगिया पंचायत के मुखिया रियासत हुसैन ने कहा कि मसान नदी अपने उफान पर है और लगातार खेत समेत मुख्य सड़क का कटाव कर रही है. जिससे कई गांवों का सम्पर्क टूट गया है. वहीं, उन्होंने कहा कि सीओ-बीडीओ को कटाव के बाबत जानकारी दी थी. जिसके बाद अधिकारियों ने निरीक्षण बांस से पाइलिंग और सुरक्षात्मक कार्य कराने का निर्देश दिया था. लेकिन कराया गया कार्य नाकाफी साबित हुआ.
इन गांवों में घुसा मसान नदी का पानी
बगहा- 1 प्रखंड के झारमहूई, सलहा बरियरवा और अजमल नगर में मसान नदी का पानी गांव में घुस गया है. जिससे आम जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है और बाढ़ की विभीषिका झेल रहे लोगों में भय व्याप्त है. इसके कारम कई ग्रामीण पलायन को मजबूर हैं. पंचायत के सरपंच नजरे इमाम समेत ग्रामीणों का आरोप है कि सूचना के बावजूद प्रशासन समय रहते गॉइड बांध का निर्माण नहीं कराया. जिस वजह से यह सांसत झेलनी पड़ रही है.
एमएलसी ने दिया बचाव राहत का भरोसा
इधर सूचना पाकर मौके पर पहुंचे स्थानीय प्राधिकार के एमएलसी राजेश राम ने फिलहाल प्रशासन से वैकल्पिक व्यवस्था कर बचाव राहत का कार्य कराने का भरोसा दिया है और गॉइड बांध निर्माण के लिए सरकार तक बात पहुंचाने की बात कही है.
अब तक सिर्फ मिलता रहा आश्वासन
इस इलाके के लोग दशकों से बाढ़ कटाव का तांडव झेलते आ रहे हैं. बावजूद इसके आश्वासनों के सिवा इन्हें कुछ नसीब नहीं हुआ है. बता दें कि कई वर्ष पूर्व मशान नदी पर डैम बनाने की बात भी हुई थी, ताकि लोगों को बाढ़ से निजात मिल सके. लेकिन लोगों को आज भी बाढ़ कटाव के मंजर से दो चार होना पड़ रहा है.