बेतिया: गौनाहा थाना क्षेत्र के पलिया गांव में एक नाबालिग प्रेमी युगल की शादी गांव के पंचों ने रविवार को मंदिर में ले जाकर करा दी. लक्ष्नौता पंचायत के मुखिया सखिचन्द्र राम ने इस घटना की पृष्टि करते हुए बताया कि दोनों प्रेमी युगल गांव के एक स्कूल में आपत्तिजनक अवस्था में पकड़े गये थे. जिससे उग्र ग्रामीणों ने उनकी शादी करा दी.
परिजनों के उपस्थिति में शादी
थानाध्यक्ष राजीव नंद सिंहा ने बताया कि इस घटना को लेकर अभी तक किसी पक्ष ने आवेदन नहीं दिया है. हालांकि शादी दोनों पक्षों के परिजनों के उपस्थिति में हुई है. लड़की के पिता ने बताया कि उसकी 16 वर्षीय बेटी अपने दूर के संबधी पूर्वी चंपारण के रक्सौल प्रखंड अंतर्गत पलनवा थाना क्षेत्र के तपसी परसौना गांव निवासी रामअज्ञा सिंह के पुत्र अरुण कुमार सिंह से मोबाइल पर करीब एक साल से बात करती थी.
पंचायत कर लिया गया फैसला
बीच-बीच में वह लड़का गांव आ जाता था. इसी बीच 14 नवम्बर को ग्रामीणों ने दोनों को मध्य रात्रि में स्कूल में आपत्तिजनक स्थिति में पकड़ लिया. बताया जा रहा है कि लड़के की उम्र 17 है, वहीं लड़की की उम्र 16 साल है. उक्त प्रेमी युगल की 15 नवम्बर को आक्रोशित ग्रामीणों ने पंचायत बैठा कर मंदिर में शादी करा दी.
लड़के के पिता ने किया विरोध
लड़के के पिता ने पहले इस शादी का विरोध किया. लेकिन पंच के दबाव से लड़की और लड़के के पिता ने इस शादी को स्वीकार कर लिया. मुखिया सखिचन्द्र राम ने लड़के और लड़की की नाबालिग होने की पुष्टि करते हुए बताया कि पंच सुनील कुमार चौधरी, रविंदर कुमार, शिकन्दर यादव, प्रभु यादव, रामदेव मांझी, जितेन्द्र यादव, दीपक सिंह आदि ने प्रेमी युगल को नाबालिग बताते हुए मंदिर में ले जाकर एक दूसरे को शादी के बंधन में बांध दिया.