बेतिया(वाल्मीकिनगर): उत्तर प्रदेश के कुशीनगर सांसद विजय कुमार दूबे ने गुरुवार को वाल्मीकिनगर गंडक बराज का निरीक्षण किया. बीते दिनों गंडक बराज से छोड़े गए तीन लाख 50 हजार क्यूसेक पानी से सीमावर्ती राज्य उत्तर प्रदेश के कई गांव में बाढ़ की स्थिति है. बाढ़ से तबाही का जायजा लेने के क्रम में वाल्मीकिनगर ऐतिहासिक गंडक बराज पहुंचकर कुशीनगर सांसद ने सिंचाई विभाग के अभियंताओं से कई बिंदुओं पर जानकारी प्राप्त की. उन्होंने प्रभावित गांवों के लोगों को शिविर लगाकर तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया.
दर्जनों गांव हुए प्रभावित
वाल्मीकिनगर गंडक बराज से तीन लाख 50 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किए जाने और क्षेत्र में लगातार हुई मूसलाधार बारिश के बाद गंडक नदी उफान पर है. गंडक के उफान से रेता के जिले के मरिचहवा, बालगोविंद छपरा, नारायणपुर, शिवपुर, हरिहरपुर, बसंतपुर, मरचहवा आदि गांवों में पानी घुस गया. मंगलवार से डिस्चार्ज में कमी आने के बाद जलस्तर घटने लगा. इससे लोगों ने राहत की सांस ली. सांसद ने ट्रैक्टर और नांव से एसडीएम कोमल यादव, तहसीलदार डा.एसके राय, प्रभारी निरीक्षक खड्डा आरके यादव आदि के साथ रेता का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया.
वाल्मीकिनगर हवाई अड्डे को चालू करने की दिशा में करेंगे पहल
गंडक बराज पहुंचे सांसद विजय कुमार दुबे ने सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता मोहम्मद जमील अहमद, सहायक अभियंता विकास कुमार से बरसात के दिनों में गंडक बराज से पानी के डिस्चार्ज से बाढ़ आने की पूर्व की जानकारी आदि बिंदुओं पर चर्चा की.
सांसद ने बताया कि कुशीनगर से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का शुभारंभ किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कुशीनगर और वाल्मीकिनगर दोनों धार्मिक और पर्यटन नगरी है. दोनों जगहों पर अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू होने से विकास रफ्तार पकड़ेगा. उन्होंने कहा कि अगस्त महीने में संसद सत्र के दौरान वाल्मीकिनगर हवाई अड्डे को शीघ्र चालू करने की दिशा में पहल करेंगे .