पश्चिम चंपारण(बगहा): जन अधिकार पार्टी ने सूबे का पहला उम्मीदवार वाल्मीकिनगर विधानसभा 01 सीट से घोषित कर दिया है. इस विधानसभा क्षेत्र में जाप संरक्षक ने एक बड़ा दांव खेला है और जनजाति समुदाय के थारू वर्ग से प्रत्याशी खड़ा किया है. आजादी के बाद यह पहला अवसर है जब एक आदिवासी प्रत्याशी को किसी पार्टी ने टिकट दिया है.
जनजाति समुदाय में खुशी की लहर
जाप संरक्षक पप्पू यादव रविवार को वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत थरुहट की राजधानी हरनाटांड पहुंचे थे. यहां पार्टी के मिलन समारोह में उन्होंने थारू वर्ग से अपनी पार्टी से विधानसभा उम्मीदवार की घोषणा की है. उन्होंने सुमन्त महतो को इस विस क्षेत्र का प्रत्याशी बनाया है. जिससे जनजाति समुदाय में खुशी की लहर है.
भागीदारी के लिए उठाते रहे हैं आवाज
पप्पू यादव ने थारू वर्ग से उम्मीदवार चुनने पर कहा कि हमेशा नेता मंत्रियों ने इस वर्ग का शोषण ही किया है. किसी सरकार ने इन लोगों की तरफ ध्यान नहीं दिया. ऐसे में अब इन लोगों की नेता बनने की बारी है. बता दें कि लंबे समय से राजनीतिक भागीदारी को ले थारू आदिवासी आवाज उठाते रहे हैं.
राजनीतिक समीकरण हो सकता है प्रभावित
वाल्मीकि की तपोभूमि और महात्मा गांधी के कर्म भूमि पर जो अन्य पार्टियां नहीं कर पाई वो तुरुप का इक्का पप्पू यादव ने खेला है. दरअसल आजादी के बाद से अब तक इस इलाके में किसी भी पार्टी ने आदिवासी समुदाय से किसी को पार्टी का टिकट नहीं दिया था, लेकिन जाप ने अपना पहला प्रत्याशी थारू वर्ग के छात्र नेता को दिया है जो राजनीतिक समीकरण को प्रभावित कर सकता है.
एनडीए के गढ़ में सेंधमारी की कोशिश
वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत तकरीबन एक लाख आदिवासी वोटर हैं. ऐसे में राजनीतिक धुरी इनके इर्द गिर्द घूमती है और इनका वोट निर्णायक माना जाता है. कहा जाता है कि आदिवासी समुदाय एकजुट होकर किसी पार्टी का समर्थन करते हैं. अब तक ये जनजाति समुदाय एनडीए के पक्ष में गोलबंद होता रहा है, लेकिन इस बार इसपर असर पड़ सकता है.
वोट बैंक पर पप्पू यादव की नजर
राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा है कि पप्पू यादव वाल्मीकिनगर संसदीय क्षेत्र से लोकसभा का उपचुनाव लड़ सकते हैं. ऐसे में संसदीय क्षेत्र में 2 लाख 50 हजार से ज्यादा आदिवासी वोट बैंक है. माना जा रहा है कि पप्पू यादव की नजर इसी वोट बैंक पर है, इसलिए उन्होंने आदिवासी कार्ड खेला है ताकि जनजाति उनके पक्ष में गोलबंद हो सके.