रोहतास: बिहार के रोहतास जिले का चेनारी प्रखंड, जहां कभी कुख्यात नक्सलियों का आतंक होता था, अब वो खेल का मैदान बन गया हैं. आज यहां के लोग महिला पहलवानों की कुश्ती देखते हैं और उन्हें सम्मानित भी करते हैं. इस बदलाव की बयार कुछ ऐसी चली कि मोहम्मदपुर में महिला पहलवानों की दंगल प्रतियोगिता का आयोजन होने लगा. यह आयोजन साबित करता है कि परिस्थितियां काफी बदल चुकी हैं.
विराट दंगल शेरगढ़ चैंपियनशिप: हर साल फागुन महीने में आयोजित होने वाली विराट दंगल शेरगढ़ चैंपियनशिप में महिला पहलवान अपने हुनर का प्रदर्शन करती हैं. जिसमें देशभर से महिला पहलवान यहां आती हैं और इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेती हैं. इस साल चेनारी के मोहम्मदपुर में आयोजित प्रतियोगिता का उद्घाटन चेनारी के पूर्व विधायक और बीजेपी नेता ललन पासवान ने किया. इसके बाद पहलवानों ने कुश्ती के दाव-पेच दिखाए और शानदार मुकाबला देखने को मिला.
साध्वी कुमारी और प्रियंका का फाइनल मुकाबला: इस दंगल का फाइनल मुकाबला पटना की साध्वी कुमारी और भागलपुर की प्रियंका के बीच हुआ. लगभग 5 मिनट से ज्यादा चले इस मुकाबले की शुरुआत में साध्वी कुमारी ने प्रियंका पर दबाव बनाया. हालांकि मैच के अंतिम क्षणों में प्रियंका ने शानदार दाव खेला और साध्वी कुमारी को पटखनी देते हुए बाजी मार ली.
नक्सल प्रभावित इलाका बना खेलों का गढ़: बता दें कि रोहतास का चेनारी क्षेत्र पहले नक्सल प्रभावित हुआ करता था. वहीं अब खेलकूद के विकास के लिए यह जाना जा रहा है. इस इलाके में यहां पहले बंदूक की आवाजें गूंजा करती थी लेकिन अब इस क्षेत्र में कुश्ती की उठापटक चलती रहती है. इस क्षेत्र के युवाओं की खेलों में अपनी भागीदारी देखने को मिल रही है, जो बदलते बिहार की एक बेहतरीन तस्वीर पेश करती है.
नक्सल प्रभावित क्षेत्र से उभर रहे पहलवान: कुश्ती का आयोजन करने वाले जमुना सिंह यादव कहते हैं कि एक समय इस इलाके में कई अखाड़े थे, जहां युवक अपनी शारीरिक क्षमता का विकास करते थे. हालांकि कुछ समय तक परिस्थितियों के कारण यह सब बंद हो गया. अब जब स्थिति सामान्य हो चुकी है, तो इस इलाके कि महिला पहलवान भी मैदान में उतरने लगी हैं. यह बदलाव इलाके में खेलकूद के विकास को दिखाता है.
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पूर्व विधायक की प्रतिबद्धता और सरकार की पहल: पूर्व विधायक ललन पासवान का कहना है कि उन्होंने इस क्षेत्र में खेलों के विकास के लिए कई प्रयास किए हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि आज देशभर में "खेलेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया" अभियान चल रहा है, जो खेलों में बढ़ती रुचि को बढ़ावा दे रहा है.
बिहार सरकार की खेल नीति का कमाल: आगे पूर्व विधायक ने कहा कि बिहार सरकार खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वालों को सरकारी नौकरी प्रदान कर रही है. अब तक दर्जनों खिलाड़ियों को क्लर्क से लेकर अधिकारियों तक की नौकरी दी जा चुकी है. ऐसे में जिन बच्चों की खेलकूद में रुचि है, उनके माता-पिता को उन्हें आगे बढ़ाने की आवश्यकता है. खेलों के माध्यम से करियर बनाने के अवसर अब खुले हैं और यह सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दूरदर्शी सोच का नतीजा है.
"इस इलाके से कई बार विधायक रह चुके हैं और यहां खेलों के विकास के लिए बहुत कुछ किया गया है. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार की ओर से खेलो को काफी बढ़ावा दिया जा रहा है. आज देश में "खेलेगा इंडिया तो बढ़ेगा इंडिया" अभियान चल रहा है. बिहार सरकार खेलों में अच्छा प्रदर्शन करने वालों को सरकारी नौकरी दे रही है. अभी तक दर्जनों खिलाड़ियों को बिहार सरकार ने क्लर्क से लेकर अधिकारी तक की नौकरी दी है."- ललन पासवान, पूर्व विधायक
क्या कहती हैं महिला पहलवान: विराट दंगल शेरगढ़ चैंपियनशिप में भाग लेने आई भागलपुर की महिला पहलवान प्रियंका ने कहा कि वो सासाराम कुश्ती खेलने आई हैं. यहां आकर उन्हें फाफी अच्छा लगा. प्रियंका पटना में हॉस्टल में रहकर कुश्ती सीखती हैं. वो चाहती हैं कि और भी महिलाएं आगे आएं और कुश्ती में अपने परिवार, जिले और राज्य का नाम रौशन करें.
"बिहार में खेलों के विकास की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहा है. महिला पहलवानों का दंगल प्रतियोगिता में हिस्सा लेना चाहिए. मुझे यहां आके काफी अच्छा लगा है. मैं चाहती हूं कि महिलाएं आगे आएं और कुश्ती में अपने परिवार, जिले और राज्य का नाम रौशन करें."-प्रियंका, महिला पहलवान विनर
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