बेतिया: जिले के वाल्मिकी नगर टाईगर रिजर्व में जंगली जीवों और बाघों की संख्या बढ़ाने को लेकर वन विभाग ग्रास लैंड मैनेजमेंट कर रहा है. इसके तहत 25 हेक्टेयर से ज्यादा वन भूमि पर घास उगाए जा रहे हैं, ताकि जानवरों की संख्या में ज्यादा से ज्यादा इजाफा हो सके और साथ हीं साथ पर्यटक भी अधिक से अधिक संख्या में वीटीआर का रुख कर सकें.
पर्यटन स्थल होने का है गौरव प्राप्त
बता दें कि वाल्मिकी टाईगर रिजर्व को देश का एकलौता ऐसा पर्यटन स्थल होने का गौरव प्राप्त है. जहां पर्यटक एक साथ जल, जंगल और पहाड़ का दीदार कर एडवेंचर्स का पूरा लुफ्त उठा सकते हैं. वैसे तो यहां पर्यटन के लिहाज से कई दर्शनीय धार्मिक स्थल हैं, लेकिन इसके अलावा यहां के सैर पर आनेवाले सैलानियों के लिए बोटिंग, कैनोपी वॉक और जंगल सफारी की विशेष तौर पर इंतजाम हैं, जो पर्यटकों की यात्रा को रोमांचक बना देते हैं.
बाघों की संख्या बढ़ाने की कोशिश
ग्रासलैंड मैनेजमेंट के जरिए बाघों की संख्या बढ़ाने की कोशिश की जा रही है. हाल ही में देश में बाघों की गणना हुई थी, जिसमें बाघों की बढ़ती जनसंख्या ने सरकार को गदगद कर दिया. अब सरकार ने बाघों की संख्या ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने के लिए कमर कस लिया है और उस दिशा मे प्रयास भी शुरु कर दिए है. वाल्मिकी टाईगर रिजर्व में भी इसकी कवायद शुरु हो गई है.
ग्रास लैंड मैनेजमेंट पर दिया जा रहा है बल
वन क्षेत्र अधिकारी महेश कुमार ने बताया कि इसके तहत सैकड़ो एकड़ में ग्रास लैंड मैनेजमेंट पर बल दिया जा रहा है, ताकि वन जीवों के लिए घास उगाकर शाकाहारी जीवों सहित बाघों की संख्या में बढ़ोतरी हो सके.