बेतियाः बीपीएससी परीक्षा पास कर एसडीएम बनी बेतिया की बेटी मंगला कुमारी का नरकटियागंज स्टेशन पर बैंड बाजों के साथ स्वागत किया गया. सैकड़ों की संख्या में नरकटियागंज स्टेशन पहुंचे ग्रामीणों ने आते ही उन पर फूलों की बरसात कर दी. सभी के चेहरे पर इस बात की खुशी थी कि हमारे गांव की बिटिया एसडीएम बन गई है.
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नरकटियागंज में एसडीएम बिटिया का स्वागत: मंगला कुमारी लौरिया प्रखंड के दानियाल परसौना पंचायत के सुअरछाप गांव के एक छोटे किसान विधाकांत पांडे की बेटी है. आज उनका नरकटियागंज में गाजे बाजे व फूल मालाओं से स्वागत कर जमकर मिठाइयां बांटी गई. नरकटियागंज स्टेशन पर जश्न जैसा माहौल था. बिहार संयुक्त परीक्षा में पहले प्रयास में मंगल कुमारी ने सफलता पाई है, जिससे गांव से लेकर पूरे चंपारण जिला का नाम रौशन हुआ है.
बेटी बनी अफसर तो लगा बधाईयों का तांताः बता दें कि मंगला कुमारी के एसडीएम पद पर चयन होने के बाद से ही उनके अभिभावक को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. मंगला कुमारी के पिता विधाकांत पांडे गांव के छोटे किसान है और माता पुनम पांडे गृहणी हैं. पुत्री मंगला अपने पांच भाई बहनों में दूसरे नंबर पर है. मंगला की प्रारंभिक पढ़ाई प्राथमिक विद्यालय सुअरछाप में हुई हैं. हाई स्कूल मतीसरा कुंवर बालिका उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नरकटियागंज से मैट्रिक पास की. मंगला ने इंटरमीडिएट साइंस की परीक्षा टीपी वर्मा नरकटियागंज से पास की.
माता-पिता शिक्षक को दिया सफलता का श्रेय: मंगला कुमारी ने बीटेक एसआईईटी प्रयागराज से स्नातक पास किया. उसके बाद सेलफ स्टडी से कर बीपीएससी कंप्लीट किया. नरकटियागंज रेलवे स्टेशन पहुंची मंगला कुमारी ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता सहित अपने शिक्षक गुरु, भाई तेज नारायण पांडेय को दी है. उन्होंने बताया कि मेहनत करने से सफलता जरूर मिलती है. थोड़ा वक्त लगता है.
"सच्चे दिल से मेहनत और पढ़ाई करने से सफलता एक दिन आपकी कदम जरूर चूमेगी. मेहनत करने से सफलता जरूर मिलती है. थोड़ा वक्त लगता है. यह मेरे लिए बहुत गौरव की बात है कि आज रेलवे स्टेशन पर मेरा इतना भव्य स्वागत हो रहा है. एक पिता के लिए इससे बड़ी गौरव की बात क्या होगी कि आज उनकी बेटिया एसडीएम बन गई"- मंगला कुमारी, सफल अभ्यर्थी, बीपीएससी