बगहा: पटना के कंकड़बाग निवासी एक पर्यटक इंडो-नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (Valmiki Tiger Reserve) का भ्रमण करने आया था. इसी दौरान पर्यटक का पर्स जंगल सफारी के दौरान गुम हो गया. जिसके बाद पर्यटक मनोज कुमार सिंह काफी परेशान हो गए. उन्होंने काफी खोजबीन की लेकिन पर्स नहीं मिला. लिहाजा वे वापस पटना लौट गए.
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पर्स में थे कागजात और रुपये: पर्यटक के गुम हुए पर्स में पैन कार्ड, आधार कार्ड और वोटर आईडी समेत अन्य जरूरी कागजात सहित 3340 रुपए थे. पर्स खोने के शिकायत के बाद जंगल सफारी कराने वाले वनकर्मियों ने जंगल सफारी वाहन में भी खोजबीन की. लेकिन पर्स उस समय नही मिला. इस बात की जानकारी पर्यटक ने वाल्मीकिनगर के रेंजर अवधेश कुमार सिंह को दी. जिसके बाद रेंजर ने खुद जाकर जंगल सफारी वाहन में खोजबीन की. छानबीन के क्रम में मैट (पांवदान) के नीचे पर्स दबा हुआ मिला.
रेंजर ने लौटाया खोया हुआ पर्स: रेंजर अवधेश ने पर्स मनोज सिंह के स्थानीय परिजन जटाशंकर सिंह को लौटा दिया. रेंजर अवधेश कुमार ने बताया कि हाजीपुर के रहने वाले मनोज कुमार सिंह, जो फिलहाल पटना के कंकड़बाग कॉलोनी में रहते हैं. उनका लेदर का ब्लैक रंग का पर्स जंगल सफारी के दौरान खो गया था. पर्स में जरूरी कागजात के साथ नगदी 3340 रुपये थे.जिसकी सूचना पर्यटक मनोज सिंह ने वापसी लौटने के क्रम में उन्हें दी थी. सूचना के बाद उस सफारी गाड़ी की छानबीन की, जिसमें पर्स मिल गया.
इस बात की जानकारी वीटीआर घूमने आए बेतिया निवासी कैलाश कुमार को भी मिली तो उन्होंने वन विभाग की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे पर्यटकों का भरोसा वनकर्मियों पर बढ़ा है.