बेतिया: पंडई नदी ने रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया है. एक तो नेपाल से बाढ़ का पानी नदी में पहुंच रहा है, ऊपर से जिले में लगातार बारिश भी हो रही है. जिस वजह से कई गांवों में बाढ़ का संकट (Flood Crisis) गहराने लगा है.
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पश्चिम चंपारण के गौनाहा प्रखंड के दर्जनों गांव के मुहाने पर बाढ़ का पानी आ पहुंचा है. सुबह से हो रही बारिश के कारण पंडई, डोहरम, गांगुली, मनीयारी, हरगोड़ा और छेगराहा समेत कई नदियां उफान पर हैं. सभी नदियों के दोनों पाट भर चुके हैं.
वहीं मरजदी मर्जदपुर गांव पूरी तरह से टापू बन गया है. लोग घरों में कैद हो चुके हैं. कहीं आने-जाने का भी रास्ता नहीं है. लोग बाढ़ के कारण ऊंचे स्थानों की ओर रुख कर रहे हैं. कई लोग खाने-पीने का भी भंडारण करने में जुट गए हैं.
मरजदी मर्जादपुर के ग्रामीणों ने बताया कि पिछले कई सालों से यहां की यही कहानी है. हमलोग अभी भी 2017 की बाढ़ को नहीं भूले हैं. उस समय छप्पर तोड़कर बाहर निकलना पड़ा था. बाढ़ ने काफी तबाही मचाई थी.
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ग्रामीणों ने बताया कि 2020 की बाढ़ में भी काफी कटाव हुआ था. यहां 80 से अधिक घर कटहा नदी के दोनों तटों पर बसे हैं. जब बारिश होती है ओर नदी में पानी बढ़ने लगता है तो तटों पर बसने वाले लोग भयभीत हो जाते हैं. लोग कटाव की चिंता से डरे हुए हैं.