बगहा: बिहार के बगहा में ठकराहा प्रखंड के हरख टोली में गंडक नदी में कराए जा रहे कटाव रोधी कार्य में अनियमितता का मामला तूल पकड़ने लगा है. दरअसल, ग्रामीण और संवेदक समेत जल संसाधन विभाग के अधिकारी आमने सामने हैं. बताया जा रहा है की तकरीबन 7 करोड़ की लागत से 700 मीटर तक गेवियन यास्टर्ड लगाया गया है. इसमें 300 मीटर तक का गेवियन टूटकर कर नदी की धारा में समा गया है. लिहाजा ग्रामीणों में आक्रोश है.
ये भी पढ़ेंः Bagaha News: गंडक नदी में नाव पलटी, महिला लापता.. 20 लोग थे सवार
हाथापाई का वीडियो वायरल:ग्रामीणों का आरोप है की जलसंसाधन विभाग के अधिकारी और संवेदक आपसी मिलीभगत से कार्य में भारी अनियमितता बरत रहे हैं. कार्य में हो रहे इसी लापरवाही के बाबत मोतीपुर पंचायत के पूर्व मुखिया सुरेंद्र यादव कार्यस्थल पर पहुंचे और मामले के बारे में जानकारी लेनी शुरू की. जब उन्होंने बालू के बजाय बोरियों में मिट्टी भरने के बारे में सवाल किया तो संवेदक भड़क गए और मुखिया के साथ हाथापाई हो गई. इस घटना के समय जल संसाधन विभाग के जेई भी मौजूद थे. इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है.
बोरियों में बालू की जगह भरी जा रही मिट्टी: कटावरोधी कार्य का जायजा लेने पहुंचे पूर्व मुखिया ने बताया कि बोरियों में बालू की जगह मिट्टी भरी जा रही है. इधर मौके पर मौजूद जेई का कहना है कि बोरियों में बालू ही भरा गया था, अभी जिसमें बालू नहीं दिख रहा उसे पलटने के लिए बोला गया है. बची हुई कोई बोरी सिली नहीं गई है.सब खाली किया जाएगा. वहीं ग्रामीणों के मुताबिक इस कटावरोधी कार्य को मई माह में समाप्त कर लेना है, लेकिन कार्य में इतनी लूट खसोट हो रहा है कि बनने के साथ ही गेवियन यास्टर्ड नदी की धारा में समाते जा रहे हैं. ग्रामीणों का भी कहना है कि गेवियन की बोरियों में बालू की भराई करनी है और उसे फिर सिलना है, लेकिन संवेदक आनन फानन में बालू की जगह मिट्टी डालकर बोरियां पैक कर रहे हैं.
"बोरियों में बालू ही भरा गया था, अभी जिसमें बालू नहीं दिख रहा उसे पलटने के लिए बोला गया है. बची हुई कोई बोरी सिली नहीं गई है.सब खाली किया जाएगा" - जेई, जल संसाधन विभाग