प. चंपारण (वाल्मीकिनगर) : जिले में गंडक बैराज से पिछले 24 घंटे से लगातार कम पानी छोड़े जाने और क्षेत्र में बारिश नहीं होने के कारण जलस्तर में कमी आई है. इससे दियारा क्षेत्र में कटाव होने की संभावना से किसान चिंतित होने लगे हैं. वहीं जलजमाव होने से रिहायशी क्षेत्र में बीमारी फैलने की भी संभावना भी बनी हुई है.
तराई क्षेत्र के लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने का निर्देश
भितहा प्रखंड के प्रशासन ने बाढ़ से प्रभावित लोगों के बीच सूखा खाद्य सामग्री का वितरण किया. सीओ शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि पिपरा-पिपरासी तटबंध के किनारे बसे लोगों को प्रशासन ने आवश्यक सामग्री के साथ ऊंचे स्थान पर चले जाने के लिए माइक्रोफोन से प्रचार किया है. वहीं बाढ़ के कारण पिपरासी तटबंध पर रह रहे लोगों के बीच गुड़, चूड़ा आदि सूखा खाद्य सामग्री का वितरण किया गया.
संबंधित कर्मियों से हर घंटे की ली जा रही है रिपोर्ट
पिपरासी सीओ फहीमुद्दीन अंसारी ने बताया कि पिपरासी प्रखंड क्षेत्र के सेमरा लबेदहा, मंझरिया और बलुआ पंचायत पूर्ण रूप से बाढ़ से प्रभावित है. इसको देखते हुए इन पंचायतों में नियुक्त कर्मियों से हर घंटे वहां की स्थिति के बारे में जानकारी ली जा रही है. वहीं पीएचसी प्रभारी से जलजमाव वाले स्थानों पर ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव कराने के लिए कहा गया है. बीडीओ बिड्डू कुमार राम ने बताया कि तटबंध की सुरक्षा संबंधित जानकारी सिंचाई विभाग से ली जा रही है. वहीं रोजाना बंधे का निरीक्षण भी किया जा रहा है.