बेतिया(वाल्मीकिनगर): पिपरासी प्रखंड स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के पीछे मिट्टी में दबे लाखों रुपए की एक्सपायरी दवा की सूचना मिली. जिसके बाद प्रमुख यशवंत नारायण यादव के नेतृत्व में स्थानीय सरपंच दिनेश्वर तिवारी, पैक्स अध्यक्ष कैलाश गुप्ता और मुखिया जगदीश यादव की उपस्थिति में खुदाई की गई. खुदाई के दौरान पीएचसी भवन के पीछे चार गड्ढों में लाखों की दवा पाई गई.
इसे लेकर नाराज ग्रामीणों ने पीएचसी और स्वास्थ्य प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाया है. वहीं पिपरासी थानें में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है.
चार गड्ढों में मिली लाखों की दवा
दवा को ढूंढने के लिए खुदाई के दौरान एक के बाद एक गड्ढे मिलते गए. इसमें चार बड़े गढ्ढे मिले. जिसमें लाखों रुपए की जीवन रक्षक दवा दबाई गई थी. इस तरह सरकार की कल्याणकारी योजना को स्थानीय पीएचसी प्रबंधन जमीन पर नहीं आने दे रहे हैं. वहीं दवा एक्सपायर होने पर मिट्टी में दबा दिया जा रहा है.
ग्रामीणों ने बताया कि डिलीवरी और अन्य बीमारी की दवा के लिए आने पर बाहर के गैर लाइसेंस धारी मेडिकल स्टोर से दवा लाने का दबाव बनाया जाता है. इस दौरान बहुत से गरीब परिवारों को काफी आर्थिक कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ता है.
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जब दूर दराज से लोग पीएचसी में दवा लेने आते हैं तो यह कह कर लौटा दिया जाता है कि पीएचसी में दवा उपलब्ध नहीं है. वही इतनी दवा मिट्टी में दबा दी गई है. इस तरह गरीबों के साथ स्वास्थ विभाग द्वारा इंसाफ नहीं किया जा रहा है.
थाने में दिया आवेदन
इस मामले में प्रखंड प्रमुख यशवंत नारायण यादव ने पिपरासी थाने में इसकी सूचना देने के बाद आवेदन भी दिया है. वहीं तीन बोरी दवा भी थाने के हवाले किया गया. पीएचसी प्रभारी के साथ बीएचएम पर भी प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की. थानाध्यक्ष संजय कुमार यादव ने बताया कि आवेदन मिला है जिसकी जांच की जा रही है. वही इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को भी दी जा रही है.