बेतियाः बिहार के बेतिया पहुंचे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ( Election Strategist Prashant Kishor) ने बिहार की राजनीतिक व्यवस्था पर चर्चा की और उसकी कई खामियों को गिनाया. मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रहा हूं. जिसके लिए जनसंपर्क कार्यक्रम (jansampark Program) चलाया जा रहा है. इस दौरान उन्होंने बिना नाम लिए बिहार में मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना को पूरी तरह फेल बताया.
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अच्छे लोगों को आगे आने की जरुरतः एक निजी सभागार में मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि आजादी के कई वर्षों के बाद तक बिहार देश के अग्रणी राज्यों में शामिल था. लेकिन वर्ष 1965 से बिहार अन्य राज्यों से किसी न किसी मामले में पिछड़ता गया. 1975 के बाद यहां कोई बड़ा राजनीतिक आंदोलन नहीं हुआ है. जिस कारण बिहार के विकास में एक जड़ता आ गई है. इस जड़ता को दूर करने के लिए राजनीति में अच्छे लोगों को आगे आना होगा.
"आजादी के कई वर्षों के बाद भी गांवों की सड़कें बदहाल है, नलों से पानी नहीं आ रहा. अगर बिहार की पूर्ववर्ती सरकार काम की होती तो आज यहां के युवकों को रोजगार के लिए दूसरे प्रदेश में नहीं जाना पड़ता. बिहार में एक नई राजनीतिक व्यवस्था की जरूरत है. अभी जो व्यवस्था है, उससे बिहार के विकास में एक जड़ता आ गई है. जिसे दूर के लिए सही सोच और सामूहिक प्रयास की जरूरत है"- प्रशांत किशोर, चुनावी रणनीतिकार
गांधी आश्रम से होगी पद यात्राः प्रशांत ने कहा कि बिहार एक नई राजनीतिक व्यवस्था बनाने के लिए प्रयास कर रहा हूं. इसके तहत 2 अक्टूबर को भितिहारवा गांधी आश्रम से पद यात्रा निकाला जाएगा. यह यात्रा बिहार के हर शहर, जिला और प्रखंडों में होगा. सारी जगह घूमने के बाद ही पद यात्रा की समाप्ति की घोषणा होगी. इस दौरान किसान, मजदूर, नौजवान, आम लोगों से मिलकर उनके राय जानने के बाद बिहार में नई व्यवस्था और दल बनाने का काम होगा. सही लोग, सही सोच और सामूहिक प्रयास के आधार पर अच्छे लोगों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पदयात्रा के दौरान लोगों से मिली सुझाव के आधार पर 10 वर्ष के लिए एक कार्य योजना तैयार करेंगे. फिर इसे लोगों के सामने रखेंगे.