पटनाः बंगाल की खाड़ी ( Bay of Bengal ) में सक्रिय चक्रवाती हवा और निम्न हवा के दबाव के क्षेत्र के साथ नमी की वजह से काफी तेजी से मॉनसून (Monsoon in Bihar) आगे बढ़ रहा है. बिहार के साथ नेपाल के तराई क्षेत्रों (Nepal Rainfall In Eastern Tarai) में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है. गंडक नदी (Gandak River) के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है. इससे तराई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा (Flood In Bihar) मंडराने लगा है.
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गंडक का डिस्चार्ज लेवल 1 लाख के पार
मॉनसून की दस्तक की वजह से लगातार हो रही बारिश कई इलाकों के लिए खतरे की घंटी है. गंडक नदी समेत पहाड़ी नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. वहीं इसे लेकर वाल्मीकिनगर गंडक बराज (Valmiki Nagar Gandak Barrage) से गंडक नदी में 108900.00 ( एक लाख आठ हजार नौ सौ ) क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. तराई क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. वहीं इसके बाद गंडक का डिस्चार्च लेवल 1 लाख के पार हो गया है. इसे लेकर आसपास के इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है.
लगभग सभी जिलों में बारिश का अलर्ट
इधर बिहार में मॉनसून ( Monsoon In Bihar ) के कारण सूबे के अधिकांश हिस्सों में बारिश हो रही है. मौसम विज्ञान केंद्र ( Meteorological Department ) पटना ने बिहार के कई जिलों के लिए तात्कालिक अलर्ट जारी किया है. मौसम वैज्ञानिकों ने राज्य के अधिकांश हिस्सों में गरज के साथ तेज बारिश होने की संभावना जताई है. पटना, गया, जहानाबाद, अरवल, भोजपुर, सीवान, सारण, गोपालगंज, वैशाली, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, नालंदा, नवादा के लिए तात्कालिक अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, बिहार के इन जिलों में आने वाले अगले दो से 3 घंटों के दौरान गरज के साथ तेज बारिश व बिजली गिरने की संभावना है. साथ ही 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की भी संभावना जताई है.
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15 वर्षों बाद मानसून की ऐसी सक्रियता
बंगाल की खाड़ी में सक्रिय चक्रवाती हवा और निम्न हवा के दबाव के क्षेत्र और नमी की वजह से मानसून में तीव्रता दिखाई पड़ रही है. इससे बिहार में प्रवेश करने के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश को भी कवर कर लिया है. मानसून की इतनी सक्रियता लगभग 15 वर्षों बाद दिखाई दे रही है.
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