ETV Bharat / state

BJP प्रदेश अध्यक्ष ने चिकित्सकों की लगाई क्लास, बोले- काम करें, नहीं तो छोड़ दें नौकरी - संजय जायसवाल चेतावनी

बेतिया में BJP के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने चिकित्सकों की जमकर क्लास लगाई है. उन्होंने कहा है कि काम करें, नहीं तो नौकरी छोड़ दें.

dr sanjay jaiswal
dr sanjay jaiswal
author img

By

Published : Apr 20, 2021, 5:13 PM IST

बेतिया: कोरोना संकट में अस्पताल की व्यवस्था को दुरुस्त करने का जिम्मा स्थानीय सांसद और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने अपने कंधे पर लिया है. जिसकी शुरुआत सांसद ने गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के चिकित्सकों के साथ बैठक कर की. लेकिन बैठक में महज 27 से 30 चिकित्सक ही मौजूद रहे. जबकि मेडिकल कॉलेज में 150 से अधिक चिकित्सक तैनात हैं.

ये भी पढ़ें: बिहार में कोरोना की रफ्तार बेलगाम, BJP दफ्तर में भी लटका ताला

काम करें, नहीं तो नौकरी छोड़ दें
चिकित्सकों को अनुपस्थित देख सांसद भड़क गए और उन्होंने चिकित्सकों को कह दिया है कि या तो काम करें, नहीं तो नौकरी छोड़ दें. लेकिन चिकित्सक धमकी देना बंद करें. अस्पताल की व्यवस्था में सुधार की चेतावनी देते हुए सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने सभी चिकित्सकों की जमकर क्लास लगाई. दूसरी ओर काम करने वाले कुछ चिकित्सकों ने सांसद के सामने मेडिकल कॉलेज की कुव्यवस्था की पोल खोल दी.

देखें वीडियो

अस्पताल में लगे वेंटिलेटर खराब
सांसद ने ड्यूटी से गायब रहने वाले चिकित्सकों पर निगरानी रखने के लिए अपने एक कार्यकर्ता को अस्पताल में तैनात करने की बात भी कही. वहीं उन्होंने अस्पताल में लगे वेंटिलेटर के खराब होने और नहीं चलने का कारण एनेसथेयिसा विभाग के विभागाध्यक्ष से पूछा, तो विभागाध्यक्ष ने कहा कि एक साल से सब कुछ ऐसे ही पड़ा है. कोई देखने वाला नहीं है.

ये भी पढ़ें: CORONA EFFECT: रामनवमी पर बंद रहेगा महावीर मंदिर, ऑनलाइन दर्शन देंगे बजरंग बली

चिकित्सकों को चेतावनी
संजय जायसवाल ने सभी चिकित्सकों को आगाह करते हुए कहा कि अभी तो सिर्फ चेतावनी दी जा रही है और अगर चिकित्सक माहमारी के इस दौर में काम नहीं करेंगे तो, अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. प्रदेश अध्यक्ष ने सख्त लहजे में कहा कि जब तक वह जिले में रहेंगे, तब तक प्रतिदिन अस्पताल आयेंगे और व्यवस्था को खुद देखेंगे. अगर जरूरत पड़ी तो वह खुद भी अस्पताल में काम कर सकते हैं.

अस्पताल की खोली पोल
इस दौरान चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल और कॉलेज के अधीक्षक के सामने ही व्यवस्था की पोल खोलते हुए कहा कि अस्पताल अधीक्षक नर्सिंग होम में बैठकर मेडिकल कालेज चला रहे हैं. जो चिकित्सक दिन-रात ड्यूटी कर रहे हैं, उन्हें मास्क, सैनिटाइजर तक मुहैया नहीं कराया जाता है. बल्कि वे खुद अपना मास्क और सैनिटाइजर इस्तेमाल करते हैं.

ये भी पढ़ें: महामारी में भी परीक्षा लेने को बेचैन BPSC, जारी किया एडमिट कार्ड

बहरहाल कोरोना के बढ़ते रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए सांसद ने मोर्चा संभाल लिया है. मेडिकल कालेज की व्यवस्था को सुदृढ़ करने का जिम्मा उठा लिया है. ऐसे में देखना होगा कि सांसद की इस पहल का कितना असर मेडिकल कालेज की व्यवस्था पर पड़ता है.

बेतिया: कोरोना संकट में अस्पताल की व्यवस्था को दुरुस्त करने का जिम्मा स्थानीय सांसद और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने अपने कंधे पर लिया है. जिसकी शुरुआत सांसद ने गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के चिकित्सकों के साथ बैठक कर की. लेकिन बैठक में महज 27 से 30 चिकित्सक ही मौजूद रहे. जबकि मेडिकल कॉलेज में 150 से अधिक चिकित्सक तैनात हैं.

ये भी पढ़ें: बिहार में कोरोना की रफ्तार बेलगाम, BJP दफ्तर में भी लटका ताला

काम करें, नहीं तो नौकरी छोड़ दें
चिकित्सकों को अनुपस्थित देख सांसद भड़क गए और उन्होंने चिकित्सकों को कह दिया है कि या तो काम करें, नहीं तो नौकरी छोड़ दें. लेकिन चिकित्सक धमकी देना बंद करें. अस्पताल की व्यवस्था में सुधार की चेतावनी देते हुए सांसद डॉ. संजय जायसवाल ने सभी चिकित्सकों की जमकर क्लास लगाई. दूसरी ओर काम करने वाले कुछ चिकित्सकों ने सांसद के सामने मेडिकल कॉलेज की कुव्यवस्था की पोल खोल दी.

देखें वीडियो

अस्पताल में लगे वेंटिलेटर खराब
सांसद ने ड्यूटी से गायब रहने वाले चिकित्सकों पर निगरानी रखने के लिए अपने एक कार्यकर्ता को अस्पताल में तैनात करने की बात भी कही. वहीं उन्होंने अस्पताल में लगे वेंटिलेटर के खराब होने और नहीं चलने का कारण एनेसथेयिसा विभाग के विभागाध्यक्ष से पूछा, तो विभागाध्यक्ष ने कहा कि एक साल से सब कुछ ऐसे ही पड़ा है. कोई देखने वाला नहीं है.

ये भी पढ़ें: CORONA EFFECT: रामनवमी पर बंद रहेगा महावीर मंदिर, ऑनलाइन दर्शन देंगे बजरंग बली

चिकित्सकों को चेतावनी
संजय जायसवाल ने सभी चिकित्सकों को आगाह करते हुए कहा कि अभी तो सिर्फ चेतावनी दी जा रही है और अगर चिकित्सक माहमारी के इस दौर में काम नहीं करेंगे तो, अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें. प्रदेश अध्यक्ष ने सख्त लहजे में कहा कि जब तक वह जिले में रहेंगे, तब तक प्रतिदिन अस्पताल आयेंगे और व्यवस्था को खुद देखेंगे. अगर जरूरत पड़ी तो वह खुद भी अस्पताल में काम कर सकते हैं.

अस्पताल की खोली पोल
इस दौरान चिकित्सकों ने मेडिकल कॉलेज के प्रिसिंपल और कॉलेज के अधीक्षक के सामने ही व्यवस्था की पोल खोलते हुए कहा कि अस्पताल अधीक्षक नर्सिंग होम में बैठकर मेडिकल कालेज चला रहे हैं. जो चिकित्सक दिन-रात ड्यूटी कर रहे हैं, उन्हें मास्क, सैनिटाइजर तक मुहैया नहीं कराया जाता है. बल्कि वे खुद अपना मास्क और सैनिटाइजर इस्तेमाल करते हैं.

ये भी पढ़ें: महामारी में भी परीक्षा लेने को बेचैन BPSC, जारी किया एडमिट कार्ड

बहरहाल कोरोना के बढ़ते रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए सांसद ने मोर्चा संभाल लिया है. मेडिकल कालेज की व्यवस्था को सुदृढ़ करने का जिम्मा उठा लिया है. ऐसे में देखना होगा कि सांसद की इस पहल का कितना असर मेडिकल कालेज की व्यवस्था पर पड़ता है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.