बगहा: बगहा और आसपास के इलाकों में आए दिन मगरमच्छ पहुंच रहे हैं, जिससे खेतों में काम करने वाले मजदूर और किसान सांसत में पड़ जा रहे हैं. मंगलवार सुबह भी तिरहुत नहर से बाहर निकलकर एक मगरमच्छ का बच्चा अचानक धान के खेत में पहुंच गया. मगरमच्छ को देख धान की फसल काट रहे मजदूरों में हड़कंप मच गया. सभी इधर से उधर भागने लगे.
खेत में आराम फरमा रहा था मगरमच्छ: बताया जा रहा है कि ये पूरा मामला पटखौली थाना क्षेत्र के बरवल पिपरा गांव स्थित एक खेत का है. जहां मगरमच्छ का बच्चा खेत में आराम फरमा रहा था. मगरमच्छ मिलने की सूचना मिलते ही लोगों की भीड़ लग गई. आशंका जताई जा रही है कि मगरमच्छ गण्डक नदी से नहर के रास्ते नहर और फिर किसान की खेत में पहुंच गया था. हालांकि पर्यावरण प्रेमी गजेन्द्र यादव ने ग्रामीणों के सहयोग से मगरमच्छ का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया.
चार लोगों ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन: पर्यावरण प्रेमी गजेन्द्र यादव की पहल पर अमरजीत खटीक, राजा पासवान व पप्पू साह ने मिलकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया औऱ मगरमच्छ को सुरक्षित नहर में छोड़ दिया. बता दें कि भारत में चम्बल नदी के बाद गण्डक नदी में भारी संख्या में मगरमच्छ अधिवास करते हैं. जहां से निकलकर कई बार रिहायशी इलाकों में मगरमच्छ पहुंच जाते हैं.
"IPS विकास वैभव चौक के पास एक धान के खेत में मगरमच्छ का छोटा सा बच्चा मिला है. हमलोग 3-4 लड़के थे, सभी ने मिलकर मगरमच्छ का रेस्क्यू कर तिरहुत नहर में छोड़ा."- गजेंद्र यादव, पर्यावरण प्रेमी
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