बेतिया : बिहार के बेतिया में गुमशुदगी के मामले को गंभीरता से नहीं लेना पुलिस की कार्यशैली के ऊपर सवाल खड़ा कर रहा है. क्योंकि दो महीने पहले जिस युवक के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी, अब उसकी लाश बरामद हुई है. इस घटना ने बेतिया की मझौलिया पुलिस को कटघरे में ला खड़ा किया है. लोगों का कहना है कि थाना प्रभारी इतने व्यस्त हैं कि गुमशुदगी के आवेदन को गंभीरता से नहीं लेते हैं. जिसका नतीजा होता है कि गुम हुए युवक की दो महीने बाद लाश मिलती है.
मुफस्सिल थाना क्षेत्र में तलाब से मिला शव : घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र की है. यहां पुलिस को सूचना मिली कि पिपरा पकड़ी मुसहरी टोला जाने वाली सड़क किनारे एक जलकुंभी में पानी के ऊपर एक शव उपला रहा है. शव काफी पुराना हो चुका था. शरीर के कई हिस्से सड़ चुके थे. इस सूचना पर मुफस्सिल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पानी से बाहर निकाला. शव से काफी बदबू आ रही थी. शव का ऊपरी हिस्सा काफी सड़ चुका था. इससे पहचान करना काफी मुश्किल हो गया था.
21 अक्टूबर को लापता हुआ था युवक : शव को जब पानी से बाहर निकल गया तो उसके पॉकेट में एक मोबाइल फोन, एक स्मार्ट वॉच घड़ी, एक चिलम और कुछ सामग्री बरामद की गई. पुलिस ने जब मोबाइल में लगे सिम की जांच की तो मृतक की पहचान मझौलिया थाना क्षेत्र सतभिड़वा वार्ड नंबर 14 निवासी किशोर कुमार सिंह के 25 वर्षीय पुत्र मृत्युंजय कुमार सिंह उर्फ अंकुर के रूप में हुई हैं. मृतक अंकुर की मां लीला देवी ने 29 अक्टूबर 2023 को मझौलिया थाने में अपने बेटे अंकुर की गुमशुदगी का आवेदन दिया था.
परिजन ने मझौलिया थाना में दिया था आवेदन : आवेदन में उन्होंने मझौलिया पुलिस को बताया था कि 21 अक्टूबर 2023 की रात्रि 8:00 बजे उनका लड़का मृत्युंजय कुमार उर्फ अंकुर मझौलिया में मेला घूमने के लिए निकला है. लेकिन देर रात तक वह घर नहीं पहुंचा. उन्होंने अपने स्तर से काफी खोजबीन की, लेकिन उनके बेटे का कोई पता नहीं चला. इसके बाद उन्हें शक हुआ कि उनके बेटे के साथ कोई अनहोनी ना हो जाए या किसी अनजान व्यक्ति के बहकावे में आकर कहीं चला ना जाए.
1 महीना 25 दिन बाद मिला शव : इसके बाद मृतक की मां ने 29 अक्टूबर 2023 को मझौलिया थाना में आवेदन दिया था और आज 1 महीने 25 दिन के बाद उसकी लाश मुफस्सिल थाना क्षेत्र में पानी में सड़े-गले हालत में मिला है. इस घटना के बाद मुफस्सिल थाना पुलिस और मझौलिया पुलिस एक्शन में आई है. दोनों थाना मिलकर जांच में जुट गई है. मझौलिया थाना पुलिस और मुफस्सिल थाना पुलिस ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है.
पुलिस की कार्यशैली पर उठ रहा सवाल : सवाल यह उठ रहा है कि मझौलिया पुलिस अगर समय रहते इस तरह की कार्रवाई करती.अगर गुमशुदगी के आवेदन को गंभीरता से लेती तो शायद अंकुर की जान बच सकती थी. लेकिन मझौलिया पुलिस अपने काम में इतनी व्यस्त रहती है कि उसे गुमशुदगी का आवेदन देखने का वक्त तक नहीं है. यही कारण है कि आज एक महीने 25 दिन बाद गुम हुए युवक की लाश मुफस्सिल थाना क्षेत्र में मिली.
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