पश्चिम चंपारण (बगहा) : बिहार के पश्चिम चंपारण से अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. रामनगर प्रखंड में सैकड़ों किसान फर्जी तरीके से पीएम कृषि सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे थे. जैसे ही विभाग को इस बात की जानकारी हुई है, तो इन सभी किसानों पर शिकंजा कसा गया है. यही नहीं अब तक उठाए गए राशि को वापस करने का नोटिस भेजा गया है.
बगहा में फर्जी किसानों पर कार्रवाई : दरअसल, जिला के रामनगर प्रखंड में 139 अन्नदाताओं का लाभ फर्जी किसान उठा रहे थे. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत ये वर्षों से राशि का लाभ उठा रहे थे. इसका खुलासा इनकम टैक्स के जरिए हुआ. तब केंद्र सरकार के द्वारा ये सभी 139 किसान अपात्र घोषित कर दिए गए. इन सभी के नामों का लिस्ट प्रखंड कार्यालय में चिपकाया गया है. साथ हीं इन सभी को नोटिस भेजकर कहा गया है कि अब तक इस योजना के तहत जितने राशि का उठाव किया गया है वह तत्काल जमा कराई जाए.
''प्रखंड क्षेत्र में 139 किसान अपात्र घोषित किए गए हैं. लिहाजा इनको नोटिस भेज कर इनसे पैसों की वसूली शुरू कर दी गई है. यदि अपात्र किसान नोटिस भेजने के बावजूद अपनी स्वेक्षा से पैसा वापस नहीं करते हैं तो इनपर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.''- अमरनाथ ठाकुर, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, रामनगर
क्या है प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना : 24 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस योजना को लांच किया गया था. पहले यह योजना केवल उन किसानों के लिए थी, जो दो हेक्टेयर या उससे कम जमीन के मालिक थे, लेकिन मई 2019 में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत में ही यह योजना सभी किसानों के लिए खोल दी गई थी. इस योजना के तहत पात्र किसान परिवार को हर चार महीने में तीन समान किस्तों में ₹6000 सालाना उनके खाते में सीधे भेजा जाता है.
ये भी पढ़ें :-
Patna News: 'बिहार के 10 लाख किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि से वंचित'- किशन कुमार शर्मा
PM किसान सम्मान निधि योजना में राशि लौटने को लेकर फर्जीवाड़े का शुरू हुआ खेल