बेतिया: पश्चिम चंपारण के नरकटियागंज में राष्ट्रव्यापी रेल चक्का जाम आह्वान पर माले नेताओं ने सरकार को घेरते हुए करीब ट्रेन को 20 मिनट रोक दिया. इस दौरान माले नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इसके साथ ही कृषि कानून को किसान विरोधी काला कानून बताकर वापस लेने की मांग की है.
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'मुजफ्फरपुर में किसान संगठन जो तकरीबन 2 महीने से अनिश्चितकालीन धरने पर खुदीराम बोस के स्मारक पर बैठे हुए थे. उन किसानों पर आरएसएस वालों ने हमला किया है और बैनर फाड़ दिया. ऐसे में किसानों के साथ हमला करने वाले अपराधियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.'- मुखतार मियां, नेता, भाकपा माले
राष्ट्रव्यापी रेल चक्का जाम
बता दें कि राष्ट्रीय संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर नरकटियागंज में 15216 को 20 मिनट डिटेन किया गया. माले नेताओ ने कहा कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड पर भी आरएसएस संगठन के लोगों ने किसानों पर हमला किया था. देशभर में चल रहे किसान आंदोलन से बौखलाई भाजपा आरएसएस बजरंग दल ने दिल्ली से लेकर देश के अन्य कोनों में भी आंदोलन को दबा देने के लिए हमला कर रहा है. किसान इसका जवाब एकता और संघर्ष के बल पर ही देंगे.