पश्चिम चंपारण: आज से चैती छठ की शुरुआत हो रही है. जिनके घर चैती छठ होती है वहां तैयारी शुरू कर दी गई है. आस्था के इस पर्व के लिए खरीदारी शुरू हो गई है. सामान की खरीदारी में भी लोग सावधानी बरत रहे हैं. लेकिन छठ पर्व पर भी कोरोना का साया दिख रहा है. कोरोना के कारण घर पर ही छठ करने की तैयारी है. पर्व में उपयोगी सामान महंगे हैं. फल, फूल, डालडा घी आदि सामाग्री महंगे मिल रहे हैं. दुकानदार बचन कुमार ने बताया कि कुछ सामग्रियों की कीमत बढ़ी है. जिस कारण महंगे रेट में सामान बेचना पड़ रहा है.
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'समर्पण के साथ पर्व फलदाई होता है'
आचार्य राकेश मिश्रा ने बताया कि आस्था और समर्पण का भाव से किया गया पर्व फलदाई होता है. इस वर्ष कोरोना का प्रभाव है. इस कारण घर में ही पर्व मनाना उचित है. लेकिन पर्व में पूरी पवित्रता होनी चाहिए. आचार्य राकेश मिश्रा ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार छठी माता भगवान सूर्य की मानस बहन हैं. इसलिए छठ के व्रत में छठी मईया और सूर्यदेव की पूजा करने का विधान है.
'यह व्रत महिलाओं के द्वारा अपनी संतान की लंबी आयु की कामना के लिए किया जाता है. मान्यता के अनुसार छठी मईया संतान की रक्षा करती हैं. सूर्यदेव की उपासना से आरोग्यता प्राप्त होती है.' : राकेश मिश्रा, आचार्य
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कोरोना के कारण घाट पर जाने से परहेज कर रहीं हैं महिलाएं
छठ व्रती पूनम देवी ने बताया कि पर्व की तैयारी पूरी कर ली गई है. पर्व को लेकर घर में उल्लास है. लेकिन कोरोना के कारण इस साल घर पर ही व्रत करेंगी. चनपटिया के बरवाचाप की प्रियंका चौबे ने बताया कि चैती छठ श्रद्धा के साथ मनाया जाता है. छठ माता से जो भी मांगा जाता है वह पूर्ण होता है.