बेतियाः नमो की सुनामी में जहां एनडीए खेमे में जश्न का माहौल है. वहीं, विपक्षी प्रत्याशियों के चेहरे पर हार का गम आसानी से देखा जा सकता है. वाल्मीकि नगर से कांग्रेस प्रत्याशी शाश्वत केदार अपने हार से काफी निराश दिखे. उन्होंने कहा कि इस तरह की अप्रत्याशित हार के बारे में उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था.
हार से निराश केदार
शाश्वत केदार चुनाव पूर्व अपनी जीत के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त थे. लेकिन जैसे-जैसे मतगणना बीतती जा रही थी वैसे-वैसे केदार के चेहरे पर निराशा साफ झलक रही थी. शाश्वत केदार अपने प्रतिद्वंदी जदयू के बैद्यनाथ महतो से 2 लाख 55 हजार मतों से पीछे छूट गए. उन्होंने कहा कि उनसे चूक कहां हुई है इस पर मंथन करेंगे.
'ऐसी हार की उम्मीद नहीं थी'
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ये उनके लिए अप्रत्याशित नतीजा रहा. उन्हें जरा भी उम्मीद नहीं थी कि इतने भारी अंतर से हार का सामना करना पड़ेगा. केदार का कहना है कि आज भले ही जनता ने उन्हें नकार दिया है लेकिन उनकी आगे की रणनीति बिल्कुल साफ रहेगी और आज नहीं तो कल जनता उन पर विश्वास जरूर करेगी.
2 लाख 35 हजार 324 मत मिले
ईवीएम के बारे में उन्होंने कहा कि रामनगर के दो तीन बूथों के ईवीएम का लॉक पहले से टूटा था. जिसके बारे में वो प्रशासन से बाद में बात करेंगे. केदार के लिए यह चुनाव का पहला अनुभव था. ऐसे में उन्होंने अपने हार का ठीकरा खुद अपने सिर पर लिया है. केदार को कुल 2 लाख 35 हजार 324 मत मिले हैं.