ETV Bharat / state

बिहार के इस अस्पताल में बेटियों के जन्म पर माता-पिता को दी जाती है बधाई पत्र - बेटियां जन्म लेने पर पैरेंट्स को बधाई

बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में बेटियों के जन्म पर पैरेंट्स को बधाई पत्र देकर समान्नित किया जाता है. साथ ही लोगों को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की मुहिम को सफल बनाने के लिए जागरूक भी किया जाता है. अब जिला के दूसरे अस्पताल भी बगहा अस्पताल के इस मॉडल को अपना रहे हैं.

बेटियों की मां को बधाई पत्र देते डॉक्टर
बेटियों की मां को बधाई पत्र देते डॉक्टर
author img

By

Published : Jan 24, 2021, 4:08 PM IST

प. चंपारण: बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में नए वर्ष में एक नई और नायाब पहल शुरू की गई है. इस अस्पताल में बेटियों के जन्म पर पैरेंट्स को बधाई पत्र देकर उनको समान्नित किया जाता है. साथ ही लोगों को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की मुहिम को सफल बनाने के लिए जागरूक भी किया जाता है. अब जिला के दूसरे अस्पताल भी बगहा अस्पताल के इस मॉडल को अपना रहे हैं.

बेटियों की मां को बधाई पत्र देते डॉक्टर
बेटियों की मां को बधाई पत्र देते डॉक्टर

बेटियों के जन्म पर माता-पिता को बधाई
बिहार के इस अस्पताल ने भ्रूण हत्या की रोकथाम और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के जागरुकता को लेकर नई पहल शुरू की है. दरअसल अनुमंडलीय अस्पताल बगहा में बेटियों के जन्म पर पैरेंट्स को अस्पताल प्रबंधन बधाई पत्र देकर सम्मानित करता है. उनकी हौसला अफजाई करता है. ताकि बेटियों के जन्म पर भी अभिभावक बेटों के जन्म जैसी खुशियां मनाएं. बेटियों को किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं समझें.

देखें रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- होमगार्ड की परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों की जमकर हुई पिटाई

अस्पताल की नर्स अभिभावकों को करती हैं जागरूक
24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है. महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण समेत चाइल्ड सेक्स रेशियो, सेव द गर्ल और बलिकाओं के लिए स्वास्थ्य एवं सुरक्षित वातावरण बनाने को लेकर नागरिकों को जागरूक करने के लिए इसकी शुरुआत की गई. महिला एवं बाल विकास भारत सरकार ने वर्ष 2008 में इसकी शुरुआत की थी.

जिसके मद्देनजर अस्पताल की नर्सेस यहां जन्म लेने वाले बच्चियों के माता-पिता को विभिन्न तरीके से जागरूक कर राष्ट्रीय बालिका दिवस की सार्थकता को नई उड़ान दे रही हैं. ये नर्सेस खुद का उदाहरण दे पेरेंट्स को समझाती हैं कि बेटियां किसी भी मायने में बेटों से कम नही हैं.

बेटियों के जन्म पर दिया जानेवाला बधाई पत्र
बेटियों के जन्म पर दिया जानेवाला बधाई पत्र

ये भी पढ़ें- पूर्णिया: क्रिकेट संघ के उपाध्यक्ष की गोली मारकर हत्या

अस्पताल उपाधीक्षक के सकारात्मक पहल का नतीजा
बता दें कि समाज में आज भी वैसे लोगों की कमी नहीं है, जो बेटियों के बजाय बेटों के जन्म लेने को अपना बड़ा किस्मत समझते हैं. ऐसे में बेटियों के जन्म लेने पर अभिभावकों को जागरूक करने के लिए डॉ केबीएन सिंह ने अस्पताल में एक नायाब तरीका अपनाया है. बेटी जन्म देने वाले दम्पति को बधाई पत्र देकर उनका हौसला बढ़ाते हैं. अब अस्पताल के इस मॉडल को जिला के अन्य अस्पतालों ने भी अपनाना शुरू किया गया है.

प. चंपारण: बगहा अनुमंडलीय अस्पताल में नए वर्ष में एक नई और नायाब पहल शुरू की गई है. इस अस्पताल में बेटियों के जन्म पर पैरेंट्स को बधाई पत्र देकर उनको समान्नित किया जाता है. साथ ही लोगों को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की मुहिम को सफल बनाने के लिए जागरूक भी किया जाता है. अब जिला के दूसरे अस्पताल भी बगहा अस्पताल के इस मॉडल को अपना रहे हैं.

बेटियों की मां को बधाई पत्र देते डॉक्टर
बेटियों की मां को बधाई पत्र देते डॉक्टर

बेटियों के जन्म पर माता-पिता को बधाई
बिहार के इस अस्पताल ने भ्रूण हत्या की रोकथाम और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के जागरुकता को लेकर नई पहल शुरू की है. दरअसल अनुमंडलीय अस्पताल बगहा में बेटियों के जन्म पर पैरेंट्स को अस्पताल प्रबंधन बधाई पत्र देकर सम्मानित करता है. उनकी हौसला अफजाई करता है. ताकि बेटियों के जन्म पर भी अभिभावक बेटों के जन्म जैसी खुशियां मनाएं. बेटियों को किसी भी मायने में बेटों से कम नहीं समझें.

देखें रिपोर्ट

ये भी पढ़ें- होमगार्ड की परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों की जमकर हुई पिटाई

अस्पताल की नर्स अभिभावकों को करती हैं जागरूक
24 जनवरी को राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है. महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण समेत चाइल्ड सेक्स रेशियो, सेव द गर्ल और बलिकाओं के लिए स्वास्थ्य एवं सुरक्षित वातावरण बनाने को लेकर नागरिकों को जागरूक करने के लिए इसकी शुरुआत की गई. महिला एवं बाल विकास भारत सरकार ने वर्ष 2008 में इसकी शुरुआत की थी.

जिसके मद्देनजर अस्पताल की नर्सेस यहां जन्म लेने वाले बच्चियों के माता-पिता को विभिन्न तरीके से जागरूक कर राष्ट्रीय बालिका दिवस की सार्थकता को नई उड़ान दे रही हैं. ये नर्सेस खुद का उदाहरण दे पेरेंट्स को समझाती हैं कि बेटियां किसी भी मायने में बेटों से कम नही हैं.

बेटियों के जन्म पर दिया जानेवाला बधाई पत्र
बेटियों के जन्म पर दिया जानेवाला बधाई पत्र

ये भी पढ़ें- पूर्णिया: क्रिकेट संघ के उपाध्यक्ष की गोली मारकर हत्या

अस्पताल उपाधीक्षक के सकारात्मक पहल का नतीजा
बता दें कि समाज में आज भी वैसे लोगों की कमी नहीं है, जो बेटियों के बजाय बेटों के जन्म लेने को अपना बड़ा किस्मत समझते हैं. ऐसे में बेटियों के जन्म लेने पर अभिभावकों को जागरूक करने के लिए डॉ केबीएन सिंह ने अस्पताल में एक नायाब तरीका अपनाया है. बेटी जन्म देने वाले दम्पति को बधाई पत्र देकर उनका हौसला बढ़ाते हैं. अब अस्पताल के इस मॉडल को जिला के अन्य अस्पतालों ने भी अपनाना शुरू किया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.