पश्चिमी चंपारणः इंडो-नेपाल सीमा स्थित वाल्मीकिनगर (Balmiki Nagar) में एक शिक्षक के किचन में अचानक अफरा तफरी मच गई. अफरा तफरी का कारण था विशालकाय कोबरा, जो किचन के भीतर घुस आया था. खाना बनाते समय अचानक कोबरा घुसने के बाद परिजन चीख पुकार करने लगे. शोर गुल सुन आसपास के लोग जमा हो गए और वन विभाग को सूचना दी गई. मौके पर पहुंच वनकर्मियों ने जहरीले कोबरा का रेस्क्यू किया.
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मिली जानकारी के अनुसार वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के घने जंगलों के बीच कुछ लोग बसे हुए हैं. इनमें एक हरिनारायण प्रसाद का घर है. उनके घर के किचन में रात का खाना बन रहा था, तभी शिक्षक हरिनारायण प्रसाद की पत्नी की चीख पुकार से आसपास के लोगों के बीच अफरातफरी मच गई.
कई लोग उनके आवास के पास इकट्ठे हो गए. हरिनारायण प्रसाद की पुत्री नेहा कुमारी ने लोगों को बताया कि एक सांप रेंगते हुए किचन में घुस आया है. सांप किचेन में रखे आलमारी और दीवार के बीच फन फैलाकर फुंफकार रहा था, जिसे देख वहां पहुंचे लोग भी भयभीत हो गए.
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आसपास इकट्ठे हुए लोगों ने तत्काल वन विभाग के रेंजर महेश प्रसाद को सूचित कर दिया. थोड़ी देर के बाद वन विभाग की रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंच गई. और काफी मशक्कत के बाद कोबरा को काबू में किया गया. बता दें की किचेन में कम जगह और सामान भरा होने के कारण टीम को रेस्क्यू करने में परेशानी आई. किंग कोबरा की फुंफकार के कारण रेस्क्यूकर्मी काफी सतर्कता रख रहे थे. ताकि किसी तरह का कोई हादसा न हो.
वहीं रेंजर महेश प्रसाद ने बताया कि इस सांप का एक बूंद जहर कई लोगों की जान ले सकता है. यह काफी विषैला होता है. इसके डसने के आधे घंटे के अंदर उपचार नहीं मिलने पर किसी की भी जान जा सकती है. उन्होंने आगे बताया कि रेस्क्यू किए गए सांप को वीटीआर के घने जंगलों में छोड़ दिया गया है.