बेतिया(वाल्मीकिनगर): मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को हवाई मार्ग से बाढ़ और कटाव ग्रस्त इलाकों का सर्वेक्षण किया. इस दौरान सीएम ने पश्चिम चंपारण जिला के दियारा के भितहा प्रखंड के चंदरपुर के समीप पीपी तटबंध और यूपी-बिहार सीमा पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया.
गंडक बराज का किया निरीक्षण
इसके बाद सीएम इंडो-नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मिकीनगर गंडक बराज पहुंचे. यहां उन्होंने गंडक नदी पर बने बराज के फाटकों का निरीक्षण किया और बराज नियंत्रण कक्ष में जल संसाधन विभाग और प्रशासन के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर बाढ़ और कटाव से बचाव को लेकर बेहतरी और नए तकनीक के जरिए कार्य करने का निर्देश दिया.
नेताओं व मीडिया कर्मी से रहे दूर
बिहार में बढ़ते संक्रमण और कोविड 19 के मद्देनजर मीडिया समेत पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को उनसे दूर रखा गया. ऐसे में सीएम नीतीश कुमार की इस यात्रा को बाढ़ और कटाव को लेकर काफी अहम माना जा रहा है, क्योंकि इस गंडक बराज से बिहार समेत यूपी के कई इलाकों में गंडक नदी का पानी छोड़ा जाता है. जिससे बाढ़ और कटाव से लोगों को दो चार होना पड़ता है. जल संसाधन विभाग और गंडक बराज के बेहतरीन संचालन समेत मरम्मती के अधूरे कार्य पूरे करने समेत बाढ़ पीड़ितों को सीएम नीतीश कुमार की इस दौरे से राहत मिलने की उम्मीद है.
आलाधिकारी रहे उपस्थित
इस अवसर पर वाल्मिकीनगर विधायक धिरेन्द्र कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह, आयुक्त तिरहुत प्रमंडल, डीएम विनय कुमार, डीडीसी रविन्द्र नाथ सिंह, एसडीएम विशाल राज, एसपी राजीव रंजन,मुख्य अभियंता मुजफ्फरपुर शशी रंजन, गंडक बराज के अधिक्षण अभियंता इन्द्रजीत कुमार सिंह, गंडक बराज के कार्यपालक अभियंता मोहम्मद जमील, सहायक अभियंता विकास कुमार, बीडीओ प्रणव कुमार गिरी, सीओ राकेश कुमार आदि मौजूद रहे.