बेतिया: गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज बेतिया में पोस्टमार्टम के लिए 3000 और शव ढोने के लिए एंबुलेंस का 1500 रूपया लेने की खबर ईटीवी भारत ने चलाई थी. खबर दिखाए जाने के बाद प्रशासन ने इस पर त्वरित कार्रवाई की है. अस्पताल प्रशासन ने पोस्टमार्टम रूम के बाहर इस संदर्भ में पोस्टर चिपकाया है.
जिला प्रशासन ने की कार्रवाई
ईटीवी भारत ने 1 जुलाई को बेतिया गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के लिए 3000 और शव ले जाने के लिए एंबुलेंस को 1500 देने पड़ते है, इसकी खबर दिखलाई थी. खबर दिखाने के बाद जिला प्रशासन ने तुरंत संज्ञान लेते हुए बड़ी कार्रवाई की. प्रशासन के तरफ पोस्टमार्टम रूम के बाहर पोस्टर में स्पष्ट शब्दों में लिखा है, पोस्टमार्टम नि:शुल्क होता है. असुविधा होने पर दिए गए नंबर पर संपर्क करें.
अस्पताल उपाधीक्षक ईटीवी भारत को कहा 'धन्यवाद'
इस पोस्टर में जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, अस्पताल सुपरिटेंडेंट, अस्पताल उपाधीक्षक और मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का नंबर दिया गया है. वही इस खबर को प्रमुखता से दिखलाने के लिए अस्पताल उपाधीक्षक श्रीकांत दुबे ने ईटीवी भारत को धन्यवाद दिया है. उपाधीक्षक ने कहा कि अस्पताल को इस बारे में जानकारी नहीं थी. ईटीवी भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद संज्ञान में आया. इसके लिए ईटीवी भारत का शुक्रिया.
पोस्टमार्टम और एंबुलेंस के लिए मांगे गए थे पैसे
गौरतलब है कि ईटीवी भारत ने 1 जुलाई को इस खबर को दिखाया था. दरअसल मैनाटांड़ जबदौल के पास ट्रैक्टर और जीप की टक्कर में एक युवक घायल हो गया था. इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी. जिसके बाद परिजनों से शव का पोस्टमार्टम करने के लिए 3000 जबकि एंबुलेंस के लिए 1500 रुपये की मांग की गई थी.