बेतिया: नरकटियागंज एसएसबी 44 वीं वाहिनी में आरक्षी के पद पर योगदान देने आये एक युवक को गिरफ्तार किया गया है. युवक अपने मृत चचेरे भाई के नाम पर ज्वाइनिंग करने पहुंचा था. आरोपित युवक की पहचान छतीसगढ़ के विलासपुर जिला के हेमु नगर गांव निवासी मनोज कुमार के रूप में हुई है. युवक के विरुद्ध एसएसबी की ओर से शिकारपुर थाना में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
"एसएसबी 44 वीं वाहिनी की ओर से एक जवान को शिकारपुर पुलिस का सुपुर्द किया गया है. उस पर फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर एसएसबी में ज्वाइनिंग करने का आरोप है. उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले में एसएसबी 44 वीं वाहिनी के उप निरीक्षक कश्मीर सिंह ने शिकारपुर थाने में एफआईआर दर्ज करायी है."- श्याम किशोर पंडित, सहायक थानाध्यक्ष, शिकारपुर
कैसे पकड़ाया फर्जीवाड़ाः एफआईआर में आरोप लगाया है कि 65 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल बगहा में कर्मवीर सिंह को आरक्षी सामान्य पद पर पदस्थापना मिला था. 65 वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल बगहा के आरक्षी कृष्णा केसरी को कर्मवीर सिंह को ज्वाइनिंग कराने के लिए आदेश आया था. कागजात के मिलान में कर्मवीर सिंह का फोटो, मेडिकल रिपोर्ट, आधार कार्ड, ऑन लाइन डाटा वेरिफिकेशन, आर्थिक प्रमाण पत्र का मिलान करने पर गलत निकला. जिसकी जानकारी मुख्यालय पटना के महानिरीक्षक को दी गयी. जांच में कर्मवीर सिंह की जगह युवक मनोज कुमार निकला. वह अपने चचेरे भाई के नाम पर नौकरी करने पहुंचा था.
असली अभ्यर्थी की हो गयी थी मौतः मनोज कुमार ने शिकारपुर पुलिस को बताया कि कर्मवीर सिंह उसका चचेरा भाई है. नियुक्ति पत्र मिलने के दिन ही सड़क दुर्घटना में उसकी मौत हो गयी थी. चूंकि उसके चेहरे से उसका चेहरा मिलता जुलता था. इसलिये उसने अपना आधार कार्ड तथा सभी पहचान मिटाकर खुद कर्मवीर सिंह बन गया. नौकरी के लालच में उसने एसएसबी में नियुक्ति पत्र समर्पित करते हुए योगदान करने पहुंचा था. लेकिन इस बीच एसएसबी मुख्यालय में फर्जीवाड़े का खुलासा होने पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
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