बगहा: बिहार के बगहा में बाघ और बाढ़ (Tiger and Flood in Bagaha) का कहर जारी है. एक तरफ आदमखोर बाघ का कहर आदिवासी बहुल इलाके में बरपा है तो दूसरी ओर गंडक नदी के किनारे बसे दर्जनों गांवों में बाढ़ ने कोहराम मचा रखा है. बाढ़ की वजह से घरों में पानी अंदर तक घुस गया है. जिसकी वजह से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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उग्र हुआ आदमखोर बाघ: पश्चिमी चंपारण जिले के बगहा में बाघ और बाढ़ आम जनता समेत अधिकारियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. जहां एक तरफ विगत तीन दिनों से आदमखोर बाघ बिल्कुल उग्र हो गया है. वहीं दूसरी तरफ गंडक नदी भी अपने उफान पर है. गांव में छिपा बाघ लगातार ग्रामीणों को अपना शिकार बना रहा है.
उफान पर है गंडक: बता दें कि नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद गंडक नदी के जलस्तर में अचानक तेजी से वृद्धि हुई और जल स्तर इस वर्ष रिकॉर्ड बनाते हुए 4 लाख 45 हजार क्यूसेक तक पहुंच गया. जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल संसाधन विभाग के मंत्री के साथ पहुंच कर गंडक बराज का जायजा लिया है.
दर्जनों गांव जलमग्न: लगातार जलस्तर बढ़ने से पिपरासी प्रखंड, ठकराहा प्रखंड और वाल्मीकिनगर प्रखंड के लक्ष्मीपुर रमपुरवा पंचायत अंतर्गत दर्जनों गांव जलमग्न हो गए हैं. बाढ़ आने से ग्रामीणों के सामने कई समस्याएं आ खड़ी हुई हैं. लोगों की फसलों का भारी नुकसान हुआ है साथ ही बाढ़ पीड़ितों को भोजन पानी की समस्या भी आ रही है.
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