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बगहा: बाढ़ को लेकर प्रशासन अलर्ट, निचले इलाके के लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने की सलाह

नेपाल में हो रही भारी बारिश को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि गंडक नदी के जल स्तर में लगातार इजाफा होगा. गंडक बराज की कुल क्षमता 8 लाख 50 हजार क्यूसेक है. वहीं, बगहा में पहाड़ी नदियों ने तांडव मचाना शुरु कर दिया है. रामनगर में गाइड बांध टूट गया है. इमरती कटहरवा के पास बांध टूटा है. आधा दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है.

बाढ़ को लेकर प्रशासन ने दी चेतावनी
बाढ़ को लेकर प्रशासन ने दी चेतावनी
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Published : Aug 30, 2021, 1:58 AM IST

बगहा: नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश (Heavy Rain) के बाद प्रशासन अलर्ट (Administration Alert) मोड पर है. गंडक नदी (Gandak River) के जल स्तर में लगातार(Rise Water Level) इजाफा हो रहा है. 3 लाख 42 हजार क्युसेक जलस्तर पहुंच गया है. देर रात इस सीजन का सर्वाधिक 5 लाख क्यूसेक पानी गंडक बराज (Gandak Barrage) से छोड़े जाने की संभावना है. प्रशासन ने मुनादी करा, निचले इलाके के लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने की सूचना दी है.

ये भी पढ़ें- वाल्मीकिनगर गंडक बराज से छोड़ा गया 4 लाख 4 हजार क्यूसेक पानी, SSB कैंप समेत कई गांव जलमग्न

बताते चलें की 31 जुलाई 2003 को सर्वाधिक 6 लाख 39 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. गंडक बराज की कुल क्षमता 8 लाख 50 हजार क्यूसेक है. वहीं बगहा में पहाड़ी नदियों ने तांडव मचाना शुरु कर दिया है. रामनगर में गाइड बांध टूट गया है. इमरती कटहरवा के पास बांध टूट गया है. आधा दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. भावल पंचायत के कई गांवों में भी पानी घुसा है.

देखें वीडियो

गांवों में पानी घुसने से ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल है. बताते चलें कि पश्चिम चंपारण जिले में इंडो-नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकिनगर गंडक बराज से शुक्रवार की सुबह लगभग 4 लाख 4 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे जिले के निचले इलाके सहित झंडू टोला स्थित SSB कैम्प में पानी घुस गया है. इससे स्थानीय लोगों के साथ SSB जवानों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. वहीं, गुरुवार देर रात भी गंडक नदी में 3 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था.

ये भी पढ़ें- मोतिहारी: गंडक बराज से पानी छोड़े जाने के बाद कई प्रखंडों में बाढ़ का खतरा, गांवों में घुसा पानी

बता दें, नेपाल में हो रही भारी बारिश से नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो रही है. इंडो-नेपाल सीमा स्थित वाल्मीकिनगर गंडक बराज से शुक्रवार की सुबह 4 लाख 4 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे एक बार फिर जिले में हालात बिगड़ गए हैं. नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद गंडक नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ, तो झंडू टोला स्थित SSB कैंप में पानी घुस गया है. जिससे SSB जवानों की परेशानी बढ़ गई है.

नेपाल में हो रही भारी बारिश को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि जलस्तर में और ज्यादा वृद्धि हो सकती है. इससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की मुश्किल बढ़ सकती है. खासकर बगहा और बेतिया के निचले इलाकों समेत गोपालगंज जिले में बाढ़ का खतरा एक बार फिर लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.

ये भी पढें- बिहार की कई नदियां अभी भी खतरे के निशान से ऊपर, बारिश ने बढ़ाई लोगों की चिंता

ये भी पढ़ें- बिहार: हर साल बहा ले जाती है बाढ़... बचाने के लिए ये है सरकार का मास्टर प्लान

बगहा: नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश (Heavy Rain) के बाद प्रशासन अलर्ट (Administration Alert) मोड पर है. गंडक नदी (Gandak River) के जल स्तर में लगातार(Rise Water Level) इजाफा हो रहा है. 3 लाख 42 हजार क्युसेक जलस्तर पहुंच गया है. देर रात इस सीजन का सर्वाधिक 5 लाख क्यूसेक पानी गंडक बराज (Gandak Barrage) से छोड़े जाने की संभावना है. प्रशासन ने मुनादी करा, निचले इलाके के लोगों को ऊंचे स्थान पर जाने की सूचना दी है.

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बताते चलें की 31 जुलाई 2003 को सर्वाधिक 6 लाख 39 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था. गंडक बराज की कुल क्षमता 8 लाख 50 हजार क्यूसेक है. वहीं बगहा में पहाड़ी नदियों ने तांडव मचाना शुरु कर दिया है. रामनगर में गाइड बांध टूट गया है. इमरती कटहरवा के पास बांध टूट गया है. आधा दर्जन गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है. भावल पंचायत के कई गांवों में भी पानी घुसा है.

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गांवों में पानी घुसने से ग्रामीणों में अफरा-तफरी का माहौल है. बताते चलें कि पश्चिम चंपारण जिले में इंडो-नेपाल सीमा पर स्थित वाल्मीकिनगर गंडक बराज से शुक्रवार की सुबह लगभग 4 लाख 4 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे जिले के निचले इलाके सहित झंडू टोला स्थित SSB कैम्प में पानी घुस गया है. इससे स्थानीय लोगों के साथ SSB जवानों की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं. वहीं, गुरुवार देर रात भी गंडक नदी में 3 लाख 50 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था.

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बता दें, नेपाल में हो रही भारी बारिश से नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो रही है. इंडो-नेपाल सीमा स्थित वाल्मीकिनगर गंडक बराज से शुक्रवार की सुबह 4 लाख 4 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे एक बार फिर जिले में हालात बिगड़ गए हैं. नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद गंडक नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हुआ, तो झंडू टोला स्थित SSB कैंप में पानी घुस गया है. जिससे SSB जवानों की परेशानी बढ़ गई है.

नेपाल में हो रही भारी बारिश को देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि जलस्तर में और ज्यादा वृद्धि हो सकती है. इससे निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की मुश्किल बढ़ सकती है. खासकर बगहा और बेतिया के निचले इलाकों समेत गोपालगंज जिले में बाढ़ का खतरा एक बार फिर लोगों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है.

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