पश्चिमी चंपारण (बेतिया): केरल में आरएसएस के कार्यकर्ता की हत्या (RSS Worker Murdered) और जेएनयू में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ( ABVP) के कार्यकर्ताओं पर हुए हमले का एबीवीपी पूरे देश में विरोध कर रहा है. इन दोनों घटनाओं को लेकर बेतिया के शहीद भगत सिंह चौक पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने वामपंथ का पुतला दहन किया (Left Wing Effigy Burning) और कहा कि यह कायराना हमला वामपंथ की चाल है.
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इस दौरान एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि वामपंथी संगठन चीन और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित भारत के विखंडन के एजेंडे को भारत में लागू करना चाह रहा है, लेकिन वे भूल रहे हैं कि जब तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद है, तब तक 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' के नारे लगाने वालों के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे. इसके लिये बलिदान भी होना पड़े तो विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता अपना बलिदान देंगे.
नगर मंत्री आशीष ठाकुर ने कहा कि विद्यार्थी परिषद छात्रहित और राष्ट्रहित का कार्य करता है. हमारे संगठन के कार्यकर्ता कॉलेज कैम्पस में राष्ट्रवाद की पताका को मजबूत करते हैं, लेकिन वामपंथी छात्र संगठन के लोग विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर हमला करके हमें डराना चाहते हैं, जो हास्यप्रद है. विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता इससे डरने वाले नही हैं. इन सभी घटनाओं के बाद विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता और मजबूती से कॉलेज कैम्पसों में छात्र हित का कार्य करेंगे.
वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के बिहार प्रान्त के प्रदेश सह मंत्री रौशन कुमार ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले जंगल मे रहने वाले नक्सलियों के कारण देश के जवानों को शहादत हुई. उसके 2 दिन बाद ही अर्बन नक्सलियों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता की हत्या की और जेएनयू में विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं पर भी जानलेवा हमला किया गया. जो कि वामपंथ की गहरी चाल को दर्शाता है.
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