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पश्चिम चंपारणः श्री नवाब विष्णु महायज्ञ के लिए 3100 कन्याओं ने निकाली भव्य कलश यात्रा - भव्य मेले का आयोजन

कलश यात्रा में लगभग 10 हजार लोग सहित पूजा समिति के सदस्य शामिल हुए. इस दौरान यज्ञ के आचार्य राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि श्री नवाब विष्णु महायज्ञ का शुभारंभ 3 फरवरी को कलश स्थापना के साथ शुरू की गई.

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Published : Feb 4, 2021, 1:35 PM IST

पश्चिम चंपारण (वाल्मीकिनगर): जिले में श्री नवाब विष्णु महायज्ञ के लिए बुधवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई. इसमें 31 सौ कन्याएं शामिल हुई. मधुबनी प्रखंड के मधुबनी पंचायत स्थित मां नारायणी तट पर प्रत्येक साल महायज्ञ का आयोजन किया जाता है.

22वें साल महायज्ञ का आयोजन
नवाब विष्णु महायज्ञ का यह 22 वां साल है. कलश यात्रा में हाथी, घोड़े गाजे-बाजे के साथ नारायणी तट से निकलते हुए मधुबनी, पीपरपाती, निबियहवा, बगहवा, रंगललही होते हुए गंडक नदी के तट पर पहुंची. इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चारण करके यज्ञ मंडप में कलश की स्थापना की गई.

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कलश यात्रा में हाथी

वृन्दावन से बुलाए गए कथावाचक
कलश यात्रा में लगभग 10 हजार लोग सहित पूजा समिति के सदस्य शामिल हुए. इस दौरान यज्ञ के आचार्य राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि श्री नवाब विष्णु महायज्ञ का शुभारंभ 3 फरवरी को कलश स्थापना के साथ शुरू की गई. इसका समापन 11 फरवरी को पूर्णाहुति के साथ होगा. उन्होंने बताया कि 3 फरवरी से 11 फरवरी तक होने वाले इस यज्ञ में भक्तों के मंचन के लिए अयोध्या से रामलीला और वृन्दावन के कथावाचक आये हैं. प्रतिदिन दिन और रात में दूर दराज से पहुंचे भक्त रामलीला का आनंद लेंगे.

ये भी पढ़ेः लाजवाब स्वाद के साथ भरपूर सेहत, ठंड में बढ़ी डिमांड.. तो हो जाए कुल्हड़ वाली चाय

होगा भव्य मेले का आयोजन
यज्ञ समिति के अध्यक्ष सह मधुबनी पंचायत के मुखिया सुमित चौहान जनार्दन चौधरी ने बताया कि 10 फरवरी को माघ पूर्णिमा नहान के अवसर पर मधुबनी गंडक नदी नारायणी के तट पर भव्य मेले का आयोजन होगा. उन्होंने बताया कि मेले में दूरदराज से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए रात्रि विश्राम और भोजन की व्यवस्था की जाएगी.

पश्चिम चंपारण (वाल्मीकिनगर): जिले में श्री नवाब विष्णु महायज्ञ के लिए बुधवार को भव्य कलश यात्रा निकाली गई. इसमें 31 सौ कन्याएं शामिल हुई. मधुबनी प्रखंड के मधुबनी पंचायत स्थित मां नारायणी तट पर प्रत्येक साल महायज्ञ का आयोजन किया जाता है.

22वें साल महायज्ञ का आयोजन
नवाब विष्णु महायज्ञ का यह 22 वां साल है. कलश यात्रा में हाथी, घोड़े गाजे-बाजे के साथ नारायणी तट से निकलते हुए मधुबनी, पीपरपाती, निबियहवा, बगहवा, रंगललही होते हुए गंडक नदी के तट पर पहुंची. इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चारण करके यज्ञ मंडप में कलश की स्थापना की गई.

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कलश यात्रा में हाथी

वृन्दावन से बुलाए गए कथावाचक
कलश यात्रा में लगभग 10 हजार लोग सहित पूजा समिति के सदस्य शामिल हुए. इस दौरान यज्ञ के आचार्य राजेश चतुर्वेदी ने बताया कि श्री नवाब विष्णु महायज्ञ का शुभारंभ 3 फरवरी को कलश स्थापना के साथ शुरू की गई. इसका समापन 11 फरवरी को पूर्णाहुति के साथ होगा. उन्होंने बताया कि 3 फरवरी से 11 फरवरी तक होने वाले इस यज्ञ में भक्तों के मंचन के लिए अयोध्या से रामलीला और वृन्दावन के कथावाचक आये हैं. प्रतिदिन दिन और रात में दूर दराज से पहुंचे भक्त रामलीला का आनंद लेंगे.

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होगा भव्य मेले का आयोजन
यज्ञ समिति के अध्यक्ष सह मधुबनी पंचायत के मुखिया सुमित चौहान जनार्दन चौधरी ने बताया कि 10 फरवरी को माघ पूर्णिमा नहान के अवसर पर मधुबनी गंडक नदी नारायणी के तट पर भव्य मेले का आयोजन होगा. उन्होंने बताया कि मेले में दूरदराज से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए रात्रि विश्राम और भोजन की व्यवस्था की जाएगी.

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