वैशाली: बिहार के वैशाली में अपराधियों का मनोबल बढ़ा (Vaishali Crime News) हुआ है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि जिस व्यक्ति को अदालत में 1 दिन बाद गवाही देनी थी, उसे बदमाशों ने गोली मार दी. मृतक एक साइबर कैफे का संचालक था. वह अपने दुकान में बैठा था. तभी बाइक पर सवार दो बदमाश आए और उनमें से एक ने दुकान में घुसकर कैफे संचालक के सीने में तीन गोली उतार (Youth Shot Dead)दी. इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. मामला गोरौल थाना क्षेत्र का है.
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CCTV फुटेज में भागते दिखे आरोपी: इस घटना का एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया है. जिसमें भागते वक्त अपराधी पिस्तौल को पीछे खोंसते हुए दिखाई दे रहा है. हत्या के पीछे का कारण आपसी रंजिश बताया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक साइबर कैफे संचालक विकास कुमार दिन के 11:00 बजे के करीब अपने साइबर कैफे में दाखिल हुआ था. इसके लगभग 10 मिनट बाद ही एक बाइक से दो अपराधी दुकान के बाहर पहुंचे. उनमें से एक अपराधी बाइक पर ही बैठा हुआ था. जबकि दूसरा अपराधी दुकान के अंदर दाखिल हुआ और ताबड़तोड़ तीन गोलियां विकास कुमार के सीने में उतार दिया. इसके बाद दोनों बाइक पर बैठकर मौके से फरार हो गए.
"कुछ महीने पहले आरोपी एक व्यक्ति की बच्ची को लेकर भाग गया था. इस बात को लेकर विवाद हुआ था. इसके बाद 2014 में गोलीबारी की घटना हुई थी और अभी गवाही को लेकर दो- तीन बार पंचायत की बैठक हुई थी. मृतक विकास कुमार गवाह था. गवाही देने से पहले ही उसकी हत्या कर दी गई" -विश्वनाथ सिंह, मृतक के चाचा
मृतक को देना था अदालत में गवाही: स्थानीय लोगों ने लहूलुहान विकास को इलाज के लिए निजी क्लीनिक लेकर गए. जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा कि 2014 में एक विवाद हुआ था. जिसको लेकर उस समय गोलियां भी चली थी. उस मामले का कल अदालत में सुनवाई थी. मृतक विकास कुमार मामले का मुख्य गवाह था. इस मामले को सुलझाने के लिए कई बार पंचायत की बैठक भी कराई गई लेकिन मामला सुलझ नहीं पाया. ऐसे में आशंका है कि इसी मामले को लेकर उसकी हत्या हुई है.
"गोरौल में रहने वाले विकास कुमार कम्प्यूटर ऑपरेटर है. वह अपनी दुकान 10 से 15 मिनट पहले खोलकर बैठा थे. तभी बाइक से दो लड़के आए. जिनमें एक लड़का दुकान के अंदर गया और गोली मारकर हत्या कर दी. परिवार के लोगों ने बताया है कि पूर्व में विवाद को लेकर गोलीबारी हुई थी. उसी केस को लेकर अभी ट्रायल चल रहा था. इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है" -पूनम केशरी, एसडीपीओ, महुआ
बच्ची के अपहरण का था मामला: मृतक के चाचा ने बताया एक बच्ची को अगवा का मामला कोर्ट में चल रहा था. इस मामले में आरोपी फरार हो गया था. इस विवाद को लेकर 2014 में गोलीबारी हुई थी. इस मामले का विकास कुमार मुख्य गवाह था, कल उसकी गवाही होनी थी. महुआ एसडीपीओ पूनम केसरी ने बताया कि विकास कुमार अपने साइबर कैफे में बैठा हुआ था. इसी में दो की संख्या में आए अपराधियों ने गोली हत्या कर दी. पुलिस ने इस मामले में 3 लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं मुख्य आरोपी की पुलिस तलाश में जुट गई है.