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Pradhan Mantri Jan Aushadhi: 'अनाथ की तरह अस्पताल में पड़ी हूं.. मदद नहीं मिल रही', पशुपति पारस के सामने महिला ने की शिकायत - केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस

प्रधानमंत्री जन औषधि दिवस के मौके पर वैशाली में उस वक्त अजीब स्थिति उत्पन्न हो गई, जब केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस (Union Minister Pashupati Paras) के सामने महिला ने प्रशासन की शिकायत शुरू कर दी. महिला ने कहा कि वह कई महीनों से अस्पताल में अनाथ की तरह रह रही है लेकिन उसे कोई सहायता नहीं मिल रही है.

पशुपति पारस के सामने महिला ने शिकायत की
पशुपति पारस के सामने महिला ने शिकायत की
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Published : Mar 8, 2023, 7:47 AM IST

पशुपति पारस के सामने महिला ने शिकायत की

वैशाली: बिहार के वैशाली में जन औषधि दिवस मनाया गया. देश में लगभग 76 से अधिक जगहों पर जन औषधि दिवस मनाया गया. जिसके तहत हाजीपुर सदर अस्पताल में भी केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने जन औषधि दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का उदघाटन किया. वहीं, इस दौरान एक महिला फरियादी ने मंत्री के सामने ही प्रशासन के दावों की पोल (Woman Complained in Front of Pashupati Paras) खोल दी. उसने मंच से अपनी बात रखते हुए कहा कि वह चार महीने से अस्पताल में पड़ी है, लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिल रही है. फरियादी का नाम ममता कुमारी बताया गया है.

ये भी पढ़ें: Vaishali News: पशुपति पारस का तेजस्वी यादव से आग्रह..'बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था खराब, साफ-सफाई पर ध्यान दें'

पशुपति पारस के सामने महिला ने शिकायत की: ममता ने मंच पर मौजूद केंद्रीय मंत्री के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि वह अनाथ की तरह इस अस्पताल में 4 महीनों से पड़ी हुई है लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिल रही है. उसके परिवार ने उसे प्रताड़ित किया है. आज उसके पास न तो घर है और ना ही परिवार का साथ मिल पा रहा है. महिला की फरियाद सुनने के बाद पारस ने संबंधित पदाधिकारी को महिला की समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया.

"सर मेरा नाम ममता है. 4 महीनों से मुझे अस्पताल में रहना पड़ रहा है. परिवार ने उसे प्रताड़ित किया है. अब न तो उसको उसका घर मिल रहा है न ही उसका उसको परिवार मिल रहा है"- ममता कुमारी, पीड़िता

प्रधानमंत्री जन औषधि से दवा मिलने में सुविधा: वहीं, प्रधानमंत्री जन औषधि को लेकर बताते हुए पशुपति पारस ने कहा कि यह एक ऐसी योजना है, जिसका लाभ समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों को मिलता है. उन्होंने बताया कि जन औषधि केंद्र पर मिलने वाली दवाओं की कीमत बाजार की तुलना में 50 से 90 प्रतिशत तक कम होता है, जिसके कारण गरीब वर्ग के लोगों को दवा खरीदने में परेशानी नहीं होती है. उन्होंने बताया कि अभी देश मे 9 हजार से ऊपर जन औषधि केंद्र संचालित है और जल्द ही दस हजार से अधिक जन औषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य सरकार पूरा कर लेगी.

"माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा यह कार्यक्रम पूरे देश में 76 जगहों पर करने की व्यवस्था की गई है. जन औषधि प्रतियोगिता के अंतर्गत मधुमेह रक्तचाप आदि डब्ल्यूएचओ आदि से सर्टिफाइड दवा कंपनियों से खरीदा जाता है. 11 सौ करोड़ रुपए की दवा की बिक्री प्रधानमंत्री जन औषधि कार्यक्रम के तहत की जा चुकी है"- पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय मंत्री

पशुपति पारस के सामने महिला ने शिकायत की

वैशाली: बिहार के वैशाली में जन औषधि दिवस मनाया गया. देश में लगभग 76 से अधिक जगहों पर जन औषधि दिवस मनाया गया. जिसके तहत हाजीपुर सदर अस्पताल में भी केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने जन औषधि दिवस पर आयोजित कार्यक्रम का उदघाटन किया. वहीं, इस दौरान एक महिला फरियादी ने मंत्री के सामने ही प्रशासन के दावों की पोल (Woman Complained in Front of Pashupati Paras) खोल दी. उसने मंच से अपनी बात रखते हुए कहा कि वह चार महीने से अस्पताल में पड़ी है, लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिल रही है. फरियादी का नाम ममता कुमारी बताया गया है.

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पशुपति पारस के सामने महिला ने शिकायत की: ममता ने मंच पर मौजूद केंद्रीय मंत्री के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि वह अनाथ की तरह इस अस्पताल में 4 महीनों से पड़ी हुई है लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिल रही है. उसके परिवार ने उसे प्रताड़ित किया है. आज उसके पास न तो घर है और ना ही परिवार का साथ मिल पा रहा है. महिला की फरियाद सुनने के बाद पारस ने संबंधित पदाधिकारी को महिला की समस्या का समाधान करने का निर्देश दिया.

"सर मेरा नाम ममता है. 4 महीनों से मुझे अस्पताल में रहना पड़ रहा है. परिवार ने उसे प्रताड़ित किया है. अब न तो उसको उसका घर मिल रहा है न ही उसका उसको परिवार मिल रहा है"- ममता कुमारी, पीड़िता

प्रधानमंत्री जन औषधि से दवा मिलने में सुविधा: वहीं, प्रधानमंत्री जन औषधि को लेकर बताते हुए पशुपति पारस ने कहा कि यह एक ऐसी योजना है, जिसका लाभ समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों को मिलता है. उन्होंने बताया कि जन औषधि केंद्र पर मिलने वाली दवाओं की कीमत बाजार की तुलना में 50 से 90 प्रतिशत तक कम होता है, जिसके कारण गरीब वर्ग के लोगों को दवा खरीदने में परेशानी नहीं होती है. उन्होंने बताया कि अभी देश मे 9 हजार से ऊपर जन औषधि केंद्र संचालित है और जल्द ही दस हजार से अधिक जन औषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य सरकार पूरा कर लेगी.

"माननीय प्रधानमंत्री जी के द्वारा यह कार्यक्रम पूरे देश में 76 जगहों पर करने की व्यवस्था की गई है. जन औषधि प्रतियोगिता के अंतर्गत मधुमेह रक्तचाप आदि डब्ल्यूएचओ आदि से सर्टिफाइड दवा कंपनियों से खरीदा जाता है. 11 सौ करोड़ रुपए की दवा की बिक्री प्रधानमंत्री जन औषधि कार्यक्रम के तहत की जा चुकी है"- पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय मंत्री

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