वैशाली: बिहार के वैशाली के हाजीपुर सदर अस्पताल में डेंगू मच्छरों का प्रजनन हो रहा है. हाजीपुर सदर अस्पताल में लापरवाही का आलम यह है कि यहां इलाज के साथ-साथ बीमारी फैलाने का भी काम किया जा रहा है. यह सब कुछ अस्पताल की तस्वीरें बयां कर रही है. इमरजेंसी के पास, दवा काउंटर के नजदीक और सिविल सर्जन ऑफिस के पास जल जमाव देखने को मिल रहा है.
![वैशाली में डेंगू का इलाज](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-10-2023/exesuclive_07102023023727_0710f_1696626447_553.jpg)
ये भी पढ़ें- Dengue In Bihar: बीते 24 घंटे में मिले डेंगू के 151 नए मामले, पटना और मुंगेर में सर्वाधिक 30-30 मरीज
वैशाली में 11 नए मरीज: आपको बता दें कि डेंगू का कहर सबसे ज्यादा इस वर्ष अन्य वर्षो की अपेक्षा ज्यादा देखा जा रहा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक यहां 273 डेंगू से पीड़ित लोग मिल चुके हैं. वहीं एक दिन में हुए 21 बल्ड टेस्ट में 11 नए मरीज मिले हैं. जबकि इससे कहीं ज्यादा मरीज का इलाज निजी नर्सिंग होम और घर पर भी किया जा रहा है. इस विषय में सिविल सर्जन डॉक्टर श्याम नंदन प्रसाद ने कहा कि उनके पास अभी 10 बेड है. जो भी दावा चाहिए वो सभी मौजूद है. मरीजों की लगातार जांच हो रही है.
![हाजीपुर सदर अस्पताल में पनप रहे डेंगू के मच्छर](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-10-2023/exesuclive_07102023023727_0710f_1696626447_546.jpg)
कैसे करें डेंगू से बचाव: उन्होनें लोगों से अपील करते हुए कहा कि सावधानी बरतें, पानी जमा नहीं होने दें, मच्छर से बचे. डेंगू के मच्छर दिन में ही काटते हैं. बच्चों को फुल स्लीव पहनाएं. कहीं भी पानी जमा होता है तो उसमें ब्लीचिंग पाउडर या कीरासन तेल डाल दें ताकि मच्छर का लार्वा मर जाए. ज्यादातर शहरी क्षेत्र दिघी, अनवरपुर चौक, गांधी आश्रम इन सब जगह पर पेशेंट मिल रहे हैं.
![हाजीपुर सदर अस्पताल जल जमाव](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/07-10-2023/exesuclive_07102023023727_0710f_1696626447_855.jpg)
"हमारे पास अभी 10 बेड है, दावा दी जा रही है साथ ही नए मरीजों की जांच हो रही है. डेंगू के मच्छर दिन में ही काटते हैं. इससे बचने तके लिए बच्चों फुल स्लीव कपड़े पहनाए. अपने आसपास पानी नहीं जमा होने दें. पानी जमा होता है तो उसमें ब्लीचिंग पाउडर या किरासन तेल डाल दें ताकि मच्छर का लार्वा मर जाए." - डॉ. श्याम नंदन प्रशाद, सिविल सर्जन, वैशाली