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हद है..! डॉक्टर ने मृत महिला को इलाज के लिए पटना किया रेफर - अस्पताल में जमकर हंगामा

वैशाली में मृत महिला के शव को इलाज के लिए पटना रेफर (Vaishali Doctors Refer Dead Woman To Patna) किए जाने का मामला सामने आया है. इधर इस घटना से नाराज परिजनों ने जमकर हंगामा किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह मामले को शांत कराया. पढ़ें पूरी खबर.

Vaishali News
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Published : Feb 21, 2022, 2:54 PM IST

वैशालीः बिहार के वैशाली में एक निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा और बच्चा की मौत के बाद डॉक्टरों ने मृत महिला को इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा (Patient Family Created Ruckus in Private Hospital At Vaishali) किया. मामला हाजीपुर के नगर थाना क्षेत्र के जोहरी बाजार के एक निजी क्लीनिक का है. काफी देर हंगामे के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस पदाधिकारियों ने किसी तरह मामले को शांत कराया.

ये भी पढ़ें- निजी नर्सिंग होम में इंजेक्शन से गर्भवती महिला की हुई मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

मिली जानकारी के अनुसार जब महिला के परिजनों को उसकी मौत की सच्चाई का पता चला तो उन लोगों ने अन्य स्थानीय लोगों के सहयोग से अस्पताल पर धावा बोल दिया. इसी दौरान अस्पताल कर्मियों ने अंदर से अस्पताल बंद कर किसी तरह अपनी जान बचाई. मौके पर पहुंची नगर थाना की पुलिस से जब मामला शांत नहीं हुआ तो सदर एसडीपीओ राघव दयाल अतिरिक्त बल के साथ मौके पर पहुंचे. एसडीपीओ राघव दयाल की ओर से दोषियों पर ठोस कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हो गया.

जोहरी बाजार के रहने वाले मृत महिला के पति पंकज सिंह ने बताया कि असने अपनी पत्नी नीलम देवी को जौहरी बाजार स्थित एक निजी नर्सिंग होम में प्रसव के लिए भर्ती कराया था. उन्हें बताया गया कि ऑपरेशन करके बच्चा होगा. लेकिन इसके बाद सीधे सूचना दी गई कि मरीज की हालत ठीक नहीं है. उन्हें पटना लेकर जाइए. पंकज सिंह ने जब पत्नी के पास पहुंचा तो देखा कि वह मरी हुई थी. इसके बाद अस्पताल में बवाल खड़ा हो गया.

इस विषय में पंकज सिंह ने बताया कि मैंने पत्नी नीलम देवी को अस्पताल में भर्ती करा दिया था. अस्पताल में अल्ट्रासाउंड वगैरह भी हो चुका था और बोला गया कि डॉक्टर लगे हुए हैं. नार्मल डिलीवरी नहीं होने पर हमें ऑपरेशन की जानकारी दी गई. आधे घंटे में ही ऑपरेशन जैसे तैसे कर दिया गया. डॉक्टर मात्र 5 मिनट रुके और चले गये. इसके बाद बोला गया कि मरीज को रेफर कर देते हैं. पटना लेकर जाइए जबकि मेरे मरीज की मौत हो चुकी थी. यही नहीं बच्चे को भी नहीं दिखाया गया और ना ही जानकारी दी गई की बच्चे की हालत क्या है.

पंकज सिंह ने आगे बताया कि इतना ही नहीं हमें बोला गया था कि ब्लड चढ़ाना पड़ेगा जबकि पेशेंट की मौत हो चुकी थी. वहीं इस विषय में सदर एसडीपीओ राघव दयाल ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी. पुलिस ने मामले को शांत करवा दिया है. पीड़ित पक्ष की ओर से आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- औरंगाबाद: निजी क्लीनिक में इलाज के दौरान महिला की मौत, आक्रोशित परिजनों ने किया सड़क जाम

नोट- आपके शहर या क्षेत्र में कोई अपराध या हादसे की सूचना मिलती है, तो आप इसकी जानकारी इस नंबर 1860 345 6999 पर दे सकते हैं.

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वैशालीः बिहार के वैशाली में एक निजी अस्पताल में प्रसव के दौरान जच्चा और बच्चा की मौत के बाद डॉक्टरों ने मृत महिला को इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया. घटना की जानकारी मिलने के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा (Patient Family Created Ruckus in Private Hospital At Vaishali) किया. मामला हाजीपुर के नगर थाना क्षेत्र के जोहरी बाजार के एक निजी क्लीनिक का है. काफी देर हंगामे के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस पदाधिकारियों ने किसी तरह मामले को शांत कराया.

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मिली जानकारी के अनुसार जब महिला के परिजनों को उसकी मौत की सच्चाई का पता चला तो उन लोगों ने अन्य स्थानीय लोगों के सहयोग से अस्पताल पर धावा बोल दिया. इसी दौरान अस्पताल कर्मियों ने अंदर से अस्पताल बंद कर किसी तरह अपनी जान बचाई. मौके पर पहुंची नगर थाना की पुलिस से जब मामला शांत नहीं हुआ तो सदर एसडीपीओ राघव दयाल अतिरिक्त बल के साथ मौके पर पहुंचे. एसडीपीओ राघव दयाल की ओर से दोषियों पर ठोस कार्रवाई के आश्वासन के बाद मामला शांत हो गया.

जोहरी बाजार के रहने वाले मृत महिला के पति पंकज सिंह ने बताया कि असने अपनी पत्नी नीलम देवी को जौहरी बाजार स्थित एक निजी नर्सिंग होम में प्रसव के लिए भर्ती कराया था. उन्हें बताया गया कि ऑपरेशन करके बच्चा होगा. लेकिन इसके बाद सीधे सूचना दी गई कि मरीज की हालत ठीक नहीं है. उन्हें पटना लेकर जाइए. पंकज सिंह ने जब पत्नी के पास पहुंचा तो देखा कि वह मरी हुई थी. इसके बाद अस्पताल में बवाल खड़ा हो गया.

इस विषय में पंकज सिंह ने बताया कि मैंने पत्नी नीलम देवी को अस्पताल में भर्ती करा दिया था. अस्पताल में अल्ट्रासाउंड वगैरह भी हो चुका था और बोला गया कि डॉक्टर लगे हुए हैं. नार्मल डिलीवरी नहीं होने पर हमें ऑपरेशन की जानकारी दी गई. आधे घंटे में ही ऑपरेशन जैसे तैसे कर दिया गया. डॉक्टर मात्र 5 मिनट रुके और चले गये. इसके बाद बोला गया कि मरीज को रेफर कर देते हैं. पटना लेकर जाइए जबकि मेरे मरीज की मौत हो चुकी थी. यही नहीं बच्चे को भी नहीं दिखाया गया और ना ही जानकारी दी गई की बच्चे की हालत क्या है.

पंकज सिंह ने आगे बताया कि इतना ही नहीं हमें बोला गया था कि ब्लड चढ़ाना पड़ेगा जबकि पेशेंट की मौत हो चुकी थी. वहीं इस विषय में सदर एसडीपीओ राघव दयाल ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी. पुलिस ने मामले को शांत करवा दिया है. पीड़ित पक्ष की ओर से आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

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नोट- आपके शहर या क्षेत्र में कोई अपराध या हादसे की सूचना मिलती है, तो आप इसकी जानकारी इस नंबर 1860 345 6999 पर दे सकते हैं.

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