वैशालीः राजद विधायक मुकेश रौशन के चाचा ब्रह्मदेव राय के श्राद्ध कर्म में भाग लेने पहुंचे केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने ब्रह्मदेव राय के चित्र पर फूल चढ़ा कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इसके बाद केंद्रीय मंत्री ने बिहार सरकार की शराबबंदी कानून पर सवाल खड़ा करते हुए नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. मीडियाकर्मियों के सवाल के जबाब में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देखिए यह चुनावी बयार है चुनावी मौसम है और जो राजनेता लोग हैं वह अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं यह देश के हित में और बिहार की सेहत के लिए ठीक बात नहीं है.
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'पासी समाज का मौलिक अधिकार समाप्त': केंद्रीय मंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि ताड़ी पर प्रतिबंध लगाकर नीतीश कुमार ने पासी समाज के लोगों का मौलिक अधिकार समाप्त कर दिया है, जबकि पासी का जातीय पेशा ताड़ी बेचना है. जिससे पासी समाज के लोगों का विकास रुक गया है. शराबबंदी कानून को विफल करारे देते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार में शराब पी कर लोग मर रहे हैं जिनको मुआवजा नहीं दिया गया और अब 2016 से मरने वाले लोगों को मुआवजा देने का आदेश नीतीश कुमार ने दिया है. इसलिए हंसना और गाल फुलाना एक साथ नहीं चलेगा. वहीं, बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री के बिहार आगमन को लेकर मचे घमासान पर पशुपति कुमार पारस ने कहा कि इसमें जो भी हो रहा है वह अच्छा नहीं हो रहा है.
"देखिए यह सब चुनावी बयार है, चुनावी मौसम है और जो राजनेता लोग हैं वह अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं. यह देश और बिहार के सेहत के लिए ठीक बात नहीं है. सबसे पहली बात तो यह होना चाहिए कि बिहार की स्थिति कैसे सुधरेगी बिहार का लॉ एंड ऑर्डर में कैसे सुधार होगा. बिहार की शिक्षा व्यवस्था में कैसे सुधार होगा. बिहार के लोगों को बताना पड़ेगा कि आपकी मंशा क्या है आप बिहार को गढ़े में फेंकना चाहते है या फिर अच्छे से चलाना चाहते है"- पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय मंत्री