वैशालीः बिहार के वैशाली जिले के लालगंज प्रखण्ड स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय अतुल्लाहपुर (Government Middle School Atullahpur) में एक शिक्षक ने छात्रा की डंडे से पिटाई कर दी. जिससे मासूम के के हाथ की हड्डी टूट गई. वहीं,आरोपी शिक्षक पर अन्य छात्रों को भी बेरहमी से पीटने का आरोप है. छात्र छत्राओं ने पांचवी कक्षा में हिंदी पढ़ाने वाले शिक्षक अनिल कुमार (Teacher Anil Kumar) पर बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगाया है. खुद शिक्षक ने भी स्वीकार किया है कि उसने छात्रों की पिटाई की है.
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आक्रोशित ग्रामीणों ने स्कूल में किया हंगामाः शिक्षक अनिल कुमार ने अतुल्लाहपुर निवासी अजय सिंह की दस वर्षीय लड़की नंदनी कुमारी का हाथ मरोड़ दिया, जिससे छात्रा का हाथ टूट गया. वहीं सातवें कक्षा में पढ़ रहे देवेन्द्र चौधरी के बारह वर्षीय बेटे अंकुश कुमार को प्रभारी प्रधानाध्यापक मोहम्मद मिसवाउद्दीन ने छड़ी से पीट दिया. जिससे उसके पीठ पर जख्म के दाग हैं. एक साथ दो-दो बच्चों के जख्मी होने की सूचना मिलते ही आक्रोशित ग्रामीण स्कूल में जमा हो गए और आरोपी दोनों शिक्षक के तबादले की मांग को लेकर जमकर बवाल काटा.
मौके पर पहुंचे बीईओः ग्रामीणों के हंगामे की खबर सुनकर ब्लॉक शिक्षा पदाधिकारी परशुराम सिंह मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर किसी तरह मामला शांत कराया. परशुराम सिंह ने दोनों आरोपी शिक्षकों की ग्रामीणों के सामने जमकर क्लास लगाई. हांलाकी कार्रवाई करने के नाम वे गोल मटोल जवाब देते रहे. बाद में उन्होंने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि दोनों शिक्षकों के संबंध में विभाग को लिखा जाएगा जिसके बाद मामला शांत हो सका.
शिक्षक अनिल कुमार पर आरोपः इस विषय में आरोपी शिक्षक अनिल कुमार ने बताया कि वह गलती करने पर बहुत ही हल्के छड़ी से बच्चों की पिटाई करते थे. इस बार डंटे से पीट दिया. वहीं, पीड़ित छात्रा नंदनी कुमारी ने कहा कि शिक्षक ने उसे बुरी तरह पीटा जिससे उसका एक हाथ टूट गया, जबकि उसकी कोई गलती नहीं थी.
"बच्चे बराबर स्कूल में खेलते रहते हैं और हम चाहते हैं कि बच्चे पढ़ें अब बच्चा लोग हमारा कोई वैल्यू ही नहीं करता है खेलते रहता है. बहुत बच्चा हल्ला कर रहा था कोई इधर से कोई उधर से इसीलिए किसी को हाथ से पीट दिया किसी को डंडा से. बोलकर पढ़ा रहे थे बच्चे सो रहे थे. बस कभी-कभी या हल्का डंटा का इस्तेमाल करते हैं आज थोड़ा भारी हो गया. एक डंटा था उसी से थोड़ा लग गया होगा"- अनिल कुमार, आरोपी शिक्षक
"हम बैठ कर के पढ़ रहे थे और सर को लगा कि हम गोटी खेल रहे हैं आए और मेरा बाल नोच करके और हाथ मरोड़ कर मारे. मेरा कोई गलती नहीं था"- नंदनी कुमारी, पीड़ित छात्रा
"पहले बच्ची का इलाज होना चाहिए, शिक्षक के खिलाफ जांच होगी. मामला हम लोगों के संज्ञान में नहीं आया था आज संज्ञान में आया है तो आगे कार्रवाई होगी. इस तरह की घटना नहीं होनी चाहिए. शिक्षक को तत्काल हटाने की कार्रवाई की जाएगी और हेड मास्टर हज करके आए हैं. इतने बड़े हज करके आए हैं तो उनके सम्मान को देखते हुए कहेंगे आगे ऐसा नहीं होना चाहिए अगर ऐसा हुआ आगे तो फिर कार्रवाई की बात होगी"- परशुराम सिंह, ब्लॉक शिक्षा पदाधिकारी.
बच्चों को पीटने की है सख्त मनाहीः आपको बता दें कि नियम के मुताबिक शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को पीटने की बात तो दूर बच्चों के ऊपर जोर से बोलने की भी शिक्षकों को सख्त मनाही है. सर्व शिक्षा अभियान के तहत बच्चों के साथ दोस्ताना व्यवहार करते हुए खेल-खेल में पढ़ाने की ट्रेनिग तमाम शिक्षकों को दी गई है. इसके बावजूद बच्चों का भविष्य संवारने वाले शिक्षक जब खुद ही सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं तो ऐसे में शिक्षा के स्तर में सुधार की बात करना ही बेईमानी लगती है.