वैशालीः बिहार भारत में अकेला ऐसा राज्य है, जहां बाइक शराब से चल सकती है और शराबबंदी वाले इस बिहार के वैशाली जिले में बाइक की टंकी से पेट्रोल नहीं बल्कि शराब निकलती है. जी हां, उत्पाद विभाग ने जब एक तस्कर की बाइक पकड़ी और उसकी टंकी को खोला गया तो उसमें पेट्रोल की जगह सिर्फ शराब (Smuggler arrested with liquor in bike in Vaishali) थी. उसमें एक बूंद भी पेट्रोल नहीं था और बाइक सरपट दौड़ रही थी. आठवीं पास 19 वर्षीय युवक ने शराबबंदी वाले बिहार में शराब तस्करी की ऐसी अनूठी तरकीब भिड़ाई, जिसे देखकर अच्छे-अच्छे इंजीनियर दंग रह जाएं.
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बाइक की टंकी में भरी थी शराबः वैशाली में उत्पाद विभाग ने शराब तस्करी के ऐसे ही एक अनोखे तरीके का खुलासा किया है. इसे देख कर उत्पाद विभाग भी हैरान है. दरअसल, उत्पाद विभाग द्वारा लगातार हो रही कार्रवाई से शराब कारोबारियों में हड़कंप है. लिहाजा, उत्पाद विभाग को चकमा देने के लिए शराब कारोबारी लगातार नया-नया प्रयोग कर रहें है. इसी कड़ी में उत्पाद विभाग को गुप्त सूचना मिली कि राघोपुर दियारा से बाइक के सहारे शराब की तस्करी हो रही है और उत्पाद विभाग को उस बाइक का नंबर भी मिला.
बाइक की तलाशी में भी नहीं मिली शराबः इस सूचना के आधार पर पुलिस ने छापेमारी की और दियारा से सराय की ओर जा रही बाइक को रहिमापुर के पास रोक लिया गया. पहले तो उत्पाद विभाग को कुछ हाथ नहीं लगा, लेकिन जब बारीकी से बाइक की जांच की गई तो बाइक की टंकी में पेट्रोल की जगह शराब भरा हुआ था. अब सवाल उठता है कि बाइक चल कैसे रही थी? तो बाइक चलाने के लिए बाइक की सीट के अंदर बोतल में पेट्रोल भरकर पाइप के सहारे कार्बोरेटर तक कनेक्शन किया गया था. इसे देखकर उत्पाद विभाग के पदाधिकारी भी दंग रह गए.
आठवीं पास युवक ने खुद निकाली थी तरकीबः गिरफ्तार युवक का नाम मनजीत कुमार है जो तेरसिया दियारा का रहनेवाला है. उससे पूछताछ की जा रही है. मजेदार बात यह है कि मनजीत कुमार ने खुद कैमरे के सामने बताया कि उसने आठवीं तक की पढ़ाई की है और शराब बेचने का यह नायाब तरीका उसने खुद इजाद किया है. इतना ही नहीं मनजीत ने ही बताया कि किस तरीके से शराब खरीदता है और किस तरीके से बेचता है. इस बीच उत्पाद पुलिस को एक और चौंकाने वाली जानकारी मिली कि जिस नंबर की गाड़ी को उत्पाद पुलिस ने पकड़ा है उसी नंबर की गाड़ी को उत्पाद विभाग नवंबर 2022 में भी पकड़ चुकी है जो अब तक थाने में है.
"मैंने खुद शराब तस्करी के लिए यह दिमाग लगाया है. गरीबी के कारण मेरी पढ़ाई आठवीं तक ही हो पाई है. मैं बाइक की टंकी में देसी शराब लेकर जाता हूं और मुनाफा लेकर उसे बेच देता हूं. पुलिस से नहीं पकड़ा पकड़ा जाऊ इसके लिए मैंने यह दिमाग लगाया है. टंकी में पेट्रोल की जगह शराब है और गाड़ी चलाने के लिए अलग से बोतल में पेट्रोल रखी गई है" - मनजीत कुमार, आरोपी.
थाने के सामने से गुजरने पर भी पकड़ में नहीं आती शराबः इसके बावजूद फिर से उसी नंबर की गाड़ी को पकड़ा गया है. इसकी भी जांच की जा रही है. इस विषय में उत्पाद इंस्पेक्टर अजीत कुमार ने कहा कि गुप्त सूचना मिल रही थी कि शराब की तस्करी की जा रही है. इसी क्रम में आरोपी को बाइक के साथ पकड़ा गया है. इसने बाइक की टंकी में शराब भर रखी थी और बाइक चलाने के लिए एक बोतल में पेट्रोल डालकर उसे सीट के बगल में लगा रखा था. यह इस तरीके से शराब की तस्करी करता था कि थाने के सामने से भी अगर यह शराब लेकर गुजर जाता तो भी इसे पकड़ना मुश्किल था, लेकिन गुप्त सूचना के आधार पर इसे पकड़ा गया है.
"गुप्त सूचना मिल रही थी कि शराब की तस्करी की जा रही है इसी क्रम में आरोपी को बाइक के साथ पकड़ा गया है. इसने बाइक की टंकी में शराब भर रखी थी और बाइक चलाने के लिए एक बोतल में पेट्रोल डालकर उसे सीट के बगल में लगा रखा था. यह इस तरीके से शराब की तस्करी करता था कि थाने के सामने से भी अगर यह शराब लेकर गुजर जाता तो भी इसे पकड़ना मुश्किल था लेकिन गुप्त सूचना के आधार पर इसे पकड़ा गया है" - अजित कुमार, उत्पाद इंस्पेक्टर.