वैशाली: बिहार पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election 2021) संपन्न हो चुका है. चुनाव के नतीजे भी आ गए हैं. पंचायत चुनाव में किसी की हार हुई, तो कोई जीत का जश्न मनाता देखा गया. वहीं इन सभी के बीच एक तबका ऐसा भी है जो सिर्फ फायदे में ही रहा. वह तबका है मतगणना केंद्र के बाहर दुकान (Shops Outside Counting Center In Vaishali) सजाने वाले लोग. इन्हें पंचायत चुनाव के दौरान सिर्फ और सिर्फ फायदा ही हुआ.
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पंचायत चुनाव मतगणना केंद्र नगर थाना क्षेत्र के हरिवंशपुर स्थित महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में बनाया गया था. सभी चरणों के चुनाव परिणाम आने के बाद किसी की हार तो किसी की जीत हो रही थी. इसी बीच अगर कोई फायदे में था, तो वह हैं दुकान सजाने वाले लोग. जिनका सामान खूब बिक रहा था. अन्य खाने-पीने वाले सामान के अलावा खासकर पानी और फूल-माला की बिक्री बड़े पैमाने पर हुई.
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मतगणना केंद्र के बाहर पानी और फूल-माला की दुकान सजाए राजन कुमार गुप्ता ने बताया कि हम लोग यहां के स्थानीय किसान हैं. पूरा फसल बाढ़ के पानी से नष्ट हो गया था. केला के बगीचा समेत बहुत कुछ तबाह हो गया था. काफी समस्या में जीवन यापन कर रहे थे. लेकिन मतगणना के स्थान पर फूल-माला और पानी बेचकर 1 दिन में 6 से ₹700 कमा रहे हैं.
'हमलोग पता करते-करते यहां पहुंच गए और चादर बेच रहे हैं. एक चादर की कीमत 150 से 300 तक होती है. 4 महीने तक घूम-घूमकर चादर बेचते हैं. यहां चादर बेचने से मुनाफा हुआ है.' -सतपाल, चादर विक्रेता
पंचायत चुनाव लड़ने वालों में ज्यादातर ने जमकर पैसे खर्च किए हैं, लेकिन नतीजा जनता ने तय किया है. जनता को जिस से विकास की उम्मीद थी उसको दिल खोलकर मत दिया और वह जीत भी गया. जीतने वाला जनप्रतिनिधि जनता की भलाई कितनी कर पाता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा. लेकिन मतदान केंद्र पर जिस तरह बाजार लगाकर स्थानीय लोग और बाहर से आए लोगों ने कमाई की है, उससे उनका भी भला जरूर हुआ है.
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