वैशाली: बिहार के राजनीतिक गलियारे में जंगल राज बनाम मंगल राज चल रहा है. केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने अपने दो दिवसीय बिहार दौरे के समय बिहार में जंगलराज होने का मामला जोरदार तरीके से उठाया था. जिस पर पलटवार करते हुए महुआ में राजद नेता और पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि अमित शाह आए और भाषण देकर चले गये. शिवचंद्र राम साेमवार काे महुआ स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बात कर रहे थे. अमित शाह के बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे.
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जंगलराज का मतलब होता है जहां बाघ दिखाई देः अगर जंगलराज होता तो बाघ उनके शरीर पर छड़प जाता. जंगलराज का मतलब होता है जहां बाघ दिखाई दे. वे तो आराम से आए, भाषण दिए, मीटिंग किए और चले गए. इनको बाघ कहां मिला. पूर्व मंत्री ने कहा कि जब भाजपा सरकार में होती है तो मंगल राज होता है. और जैसे ही भाजपा सत्ता से हटती है तो जंगलराज की बात शुरू हो जाती है. महाजंगल राज तो यूपी में है और जहां जहां भाजपा की सरकार है वहां महाजंगलराज है. लूट, हत्या, अपहरण, रेप और गैंगरेप की घटना हाे रही है.
"अमित शाह जी आए और भाषण देकर चले चले गए. जंगलराज अगर बिहार में होता तो बाघ उनके उपर छड़प नहीं जाता. वह आए यहां आराम से भाषण करके चले गए. इसके बाद भी कहते हैं कि जंगलराज है. इनका सत्ता शासन था तो मंगल राज था" -शिवचंद्र राम, पूर्व मंत्री