वैशाली: बिहार में कोरोना महामारी (Corona in Bihar) को लेकर पिछले 2 साल से विश्व प्रसिद्ध हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला (Bihar Sonepur Mela 2022 ) नहीं लग रहा है. सरकारी तौर पर मनाही के बाद भी सोनपुर मेला लगाने की सजा अब यहां के दुकानदारों को भुगतनी पड़ सकती है. करीब 100 बड़े और 200 छोटे दुकानदारों को दुकान बंद करने का आदेश दिया गया है. कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए सारण जिला प्रशासन ने सभी दुकानदारों को नोटिस जारी कर दुकानें बंद करने का आदेश दिया है.
ये भी पढ़ें- बिहार में कोरोना बेकाबू, संक्रमण रोकने के लिए सरकार को लेना होगा कड़ा फैसला
ऐसे हालात में दूरदराज से सोनपुर पहुंचे दुकानदार काफी परेशान है. इनकी परेशानी की मुख्य वजह ऊनी कपड़े और कंबल हैं जो ठंड में उपयोग करने वाले सामान होते हैं, जिनको बेचने के लिए यह पूरा बाजार सजाया गया था. जाहिर है कि बड़े पैमाने पर जमा इन वस्तुओं को अगर ठंड रहते नहीं बेचा गया, तो गर्मी में इसकी बिक्री नही होगी. स्थानीय कंबल विक्रेता राजू कुमार ने बताया कि अगर सरकार अपना फैसला नहीं बदलेगी तो वे लोग आंदोलन करेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सरकार के फरमान का विरोध करेंगे.
छपरा के आबिद खान ने बताया कि उन लोगों को कम से कम एक महीने का समय मिलना चाहिए था. ताकि भारी नुकसान से बच सकें. इसके लिए उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है. वहीं, कई दुकानदारों का कहना है कि यहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर दुकानें खोली जाती है. जब सरकार ने मेला लगाया ही नहीं है, तो नियम जबरन क्यों थोपे जा रहे हैं. यह अन्य जगहों की तरह साधारण दुकानें है, जिन्हें उसी तरीके से खोलने और बंद करने की इजाजत मिलनी चाहिए जैसे हाजीपुर और सोनपुर की दुकानों को खोलने और बंद करने की इजाजत है.
ये भी पढ़ें- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना पॉजिटिव, डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद नेगेटिव
बता दें कि कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए बीते 2 सालों से विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेले पर बिहार सरकार ने पाबंदी लगा रखी है. इसके बावजूद स्थानीय लोगों के सहयोग से बेकारी की मार झेल रहे दुकानदारों ने यहां दुकान लगाई थी और अब कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए इन दुकानों को बंद करने का फरमान जारी किया गया है, जाहिर है, इससे सीधा नुकसान इन दुकानदारों को होगा.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP