वैशाली: बिहार के हाजीपुर में एक नाबालिग की शादी होने से टल (Marriage Of Minor Girl In Hajipur Was Postponed) गई. सदर थाना क्षेत्र के लाल पोखर गांव में हो रही नाबालिग की शादी स्थानीय लोगों के प्रयास से रोक दी गई. स्थानीय लोगों ने इस शादी को रुकवाने के लिए वैशाली डीएम यशपाल मीना, वैशाली एसपी मनीष और सदर थाना अध्यक्ष सुमित कुमार के साथ ही महिला थाना अध्यक्ष पुष्पा कुमारी को भी लिखित आवेदन दिया था. इसके साथ ही शादी का कार्ड और लड़की का आधार कार्ड की फोटोकॉपी तमाम जगह भेजी गई थी. जिसके आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस की मदद से ग्रामीणों ने न सिर्फ नाबालिग की शादी रोकी बल्कि नाबालिग के पिता को भी सहमति से शादी रोकने पर राजी कर लिया.
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नाबालिग लड़की की शादी टली : मिली जानकारी के अनुसार लाल पोखर के रहने वाले एक व्यक्ति ने शुक्रवार को अपनी पुत्री की शादी तय की थी. जिसकी उम्र महज 14 साल थी. ग्रामीणों ने पहले से ही इसका विरोध किया था. इसके बावजूद नाबालिग की शादी की पूरी तैयारी हो चुकी थी. लेकिन शादी से पहले मौके पर सदर थाना की पुलिस पहुंची और फिर पुलिस ने नाबालिग के पिता को समझा-बुझाकर शादी को रोक दिया. बताया जा रहा है कि पुलिस के पहुंचने तक शादी की पूरी तैयारी हो चुकी थी. बारात और मेहमानों के खाने का इंतजाम भी हो चुका था. लेकिन पुलिस के समझाने-बुझाने पर परिजनों को शादी रोकने पड़ी. इसके बाद पुलिस टीम वापस लौट गई.
स्थानीय लोगों ने रुकवाई नाबालिग की शादी : कई घंटों तक पुलिस और स्थानीय लोगों के समझाने बुझाने पर नाबालिग के पिता शादी रोकने पर तैयार हुए. बताया जाता है कि नाबालिग के पिता बेहद गरीब परिवार से हैं और वह अपनी पुत्री की शादी जल्द से जल्द कर देना चाहते थे. हालांकि उनके आसपास के तमाम लोगों ने उन्हें मना किया था. इसके वावजूद वो नाबालिग की शादी करने की जिद पर अड़े हुए थे. बाद में स्थानीय लोगों ने मिलकर फैसला लिया कि प्रशासन की मदद से नाबालिग की शादी को रोका जाए. इसी के तहत ग्रामीणो द्वारा शादी के दो दिनों पहले जिले के तमाम बरिय अधिकारियों को शादी रोकने का आवेदन दिया गया. जब शादी नहीं रोकी गई तो बारात आने से पहले पुलिस को मौके पर बुलाया गया.
पुलिस ने रुकवाई नाबालिग की शादी : पुलिस के समझाने-बुझाने के बाद शादी रोकी गई. साथ ही बगल के गांव से बारात आने को भी रोक दिया गया. शादी नहीं करने पर हुए नुकसान की भरपाई के लिए भी आसपास के लोगों ने आश्वासन दिया है. लोगों का कहना है कि नाबालिग बच्ची की उम्र अभी पढ़ने की है, उसे ग्रामीणों के सहयोग से पढ़ाया जाएगा और बालिग होने के बाद शादी की जाएगी. इतना ही नहीं शादी रुकने के कारण जो नुकसान हुआ है, उस नुकसान की भी भरपाई स्थानीय लोग करेंगे.
लोगों की समझदारी से नाबालिग की बची जिंदगी : इस विषय में सदर एसडीपीओ ओमप्रकाश ने बताया कि पुलिस को ग्रामीणों द्वारा सूचना दिया गया था कि गांव में एक व्यक्ति अपनी नाबालिग पुत्री की शादी कर रहे हैं. सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर आपसी सहमति से शादी को रूकवा दिया है. बता दें कि लाल पोखर हाजीपुर शहरी क्षेत्र में आता है. और बिहार की राजधानी पटना से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर है. जहां नाबालिग की शादी का मामले सामने आया है. जिससे साफ पता चलता है कि शिक्षा और संपन्नता के साथ जागरूकता अभी भी शहरी क्षेत्रों में पूरी तरह नहीं पहुंच सका है.
'पुलिस को ग्रामीणों द्वारा सूचना दिया गया था कि गांव में एक व्यक्ति अपनी नाबालिग पुत्री की शादी कर रहा है. सूचना के आधार पर मौके पर पहुंची पुलिस ने समझा-बुझाकर आपसी सहमति से शादी को रुकवा दिया है. पुलिस के समझाने बुझाने पर नाबालिग के पिता ने भी शादी रोकने पर सहमति जताई है. उन्होंने वादा किया है कि उम्र होने पर ही लड़की की शादी की जाएगी. तब तक उसको पढ़ाया जाएगा. साथ ही पुलिस द्वारा आगे की विधिसंगत कार्रवाई भी की जा रही है.' -ओमप्रकाश, एसडीपीओ सदर