वैशाली: जिले के बलुआ बसंता गांव में एक तेंदुआ घुस गया. जिसके बाद गांव के लोगों ने वन विभाग को मामले की सूचना दी. 7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुआ को पकड़ने में कामयाबी हासिल. जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली.
'दो ग्रामीण घायल'
बताया जा रहा है कि अहले सुबह बलुआ बसंता गाव में तेंदुआ घुमते नजर आया. जिसके बाद इलाके में अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया. इसी बीच तेंदुआ ने दो ग्रामीणों पर हमला बोल दिया. जिससे दोनो गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही सदर एसडीपीओ राघव दयाल मौके पर दल बल के साथ पहुंचे. वहीं, बाद में वन विभाग की टीम को भी सूचना दी गई. तेंदुआ पकड़ने को लेकर पुलिस ने ऑपरेशन चलाया. 7 घंटे के बाद तेंदुआ को पकड़ा गया. तेंदुआ गंडक नदी में बने फाटक के पास छिपा हुआ था.
'तेंदुआ को किया गया बेहोश'
मामले पर हाजीपुर सदर डीएसपी राघव दयाल ने बताया कि गांव को लोगों ने तेंदुआ के बारे में जानकारी दी. सूचना के बाद वन विभाग को जानकारी दी गई. विभाग की टीम ने तेंदुआ को पकड़ने के लिए पूरी तैयारी के साथ पहुंची थी. ग्रामीणों की भीड़ के कारण ऑपरेशन चलाने में थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ा. वन विभाग की टीम ने पूरे इलाके की घेराबंदी की. विभाग की टीम ने पहले ट्रेंकुलाइजर की मदद से तेंदुआ को बेहोश किया. जिसके बाद तेंदुआ को पिंजरे में बंद किया गया. तेंदुआ पकड़े जाने के बाद उसे देखने के लिए हजारों लोगों की भीड़ जमा हो गई. वन विभाग के अधिकारी भारत भूषण पाल ने बताया कि तेंदुआ को बेतिया स्तिथ बाल्मीकि नगर में ले जाया जाएगा. यह बाल्मीकि नगर के जंगल से गंडक नदी के रास्ते यहां तक आ पहुंचा था.