वैशाली: विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला 10 नवम्बर से शुरू हो जाएगा. इसको लेकर प्रशासन की ओर से जिले के सभी महत्वपूर्ण गंगा घाटों की साफ-सफाई करने की बात कही गई थी, लेकिन जिले के प्रमुख पहलेजा घाट पर गंदगी फैली हुई है. वहीं, शुक्रवार को प्रदेश के कई गंगा घाटों पर महिला श्रद्धालुओं ने एकादशी को लेकर स्नान और पूजा अर्चना की.
प्रशासन की ओर नहीं किया गया व्यवस्था
बता दें कि सोनपुर के हरिहर क्षेत्र पशु मेला का आगाज 10 नवम्बर से होगा. साथ ही इसके ठीक दो दिन बाद कार्तिक पूर्णिमा भी पड़ रहा है, जिसको लेकर जिला प्रशासन ने दावा किया था कि घाटों पर साफ-सफाई, वाच टॉवर, लाइटिंग, शौचालय, चेंजिंग रूम जैसी जरूरी व्यवस्था की जाएगी. वहीं, ईटीवी भारत की पड़ताल में यहां कचरे का ढेर पाया गया और प्रशासन की ओर से कोई व्यवस्था नहीं किया गया है.
गंगा स्नान करते है लोग
मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा हिंदुओ का खास त्यौहार माना जाता है. इसकी तैयारी एक महीना पहले से ही शुरू हो जाती है. बताया जाता है कि इस मौके पर लोग दूर-दूर से आकर पहलेजा घाट पर स्नान करते है. वहीं, घाट परिसर समतल नहीं होने के कारण लोगों को काफी परेशानी का समाना करना पड़ता है.
गंगा स्नान का है खास महत्व
बताया जाता है कि पहलेजा घाट पर गंगा का उतर दिशा से आगमन होता है और दक्षिण दिशा में बहती है. इसलिए इसका बहुत महत्व है. इसे उत्तरायणी गंगा के नाम से भी जाना जाता है और इसको देवभूमि भी कहा जाता हैं. यहां आयी एक महिला श्रद्धालु ने बताया कि कार्तिक महीने में गंगा स्नान करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिलता है.
दस लाख श्रद्धालु करते है गंगा स्नान
जानकारी के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा 12 नवम्बर को है. इसको लेकर 11 नवम्बर के दोपहर से लोगों का आना शुरु हो जाता है. बता दें कि 11 नवम्बर की रात को यहां आठ से दस लाख की संख्या में श्रद्धालुओं गंगा में स्नान और पूजा अर्चना करते है.