वैशाली: बिहार के वैशाली में देर रात से शुरू हुई बारिश के साथ आंधी तूफान और ओलावृष्टि ने किसानों की फसल बर्बाद कर दी है. जिसमें मुख्य रूप से गेंहू और आम शामिल है. किसान बड़ी मात्रा में फसलों के बर्बादी की बात बता रहे हैं. किसानों का कहना है कि इस विषय में सरकार को सोचना चाहिए क्योंकि हालत आत्महत्या तक आ पहुंच गई है. बताया जा रहा है कि वैशाली जिले के भगवानपुर, महुआ, गोरौल लालगंज और हाजीपुर प्रखंडों में देर रात घंटों झमाझम बारिश हुई है. बारिश की बूंदे काफी मोटी थी साथ ही आंधी-तूफान के साथ कई जगह ओलावृष्टि भी हुई है जिससे फसलों को नुकसान हुआ है.
पढ़ें-सीतामढ़ी में बीती रात आंधी-तूफान ने जमकर मचाई तबाही, मौसम विभाग ने फिर से जारी किया अलर्ट
ओलावृष्टि ने बरबाद की गेंहू की फसल: खेतों में गेहूं की फसल पूरी तरह तैयार थी ओलावृष्टि से फसलों के भारी नुकसान का अनुमान है. हालांकि जिला कृषि विभाग की ओर से किसानों को हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है. सरकारी नियम के तहत कम से कम 33% से अधिक का नुकसान होने के बाद किसानों को मिलने वाले मुआवजे का प्रावधान है. वहीं जिले के किसान करोड़ों का नुकसान बता रहे हैं, भगवानपुर के किसान रामचंद्र सिंह ने बताया कि नुकसान बहुत है. किसान सोच रहा है की क्या करें, क्या आत्महत्या कर ले कि क्या करें. हम लोगों के पास कोई उपाय नहीं है हम लोग क्या कर सकते हैं.
"नुकसान बहुत है, यहां करोड़ों का नुकसान हुआ है. किसान सोच रहा है की क्या करें. क्या आत्महत्या कर ले कि क्या करें. हम लोगों के पास कोई उपाय नहीं है हम लोग क्या कर सकते हैं. सरकार को इस पर सोचना चाहिए कि किसान के साथ क्या हो रहा है. किसान के साथ अनर्थ हो रहा है. अचानक बारिश, पानी के साथ ओला भी गिरा है. गेहूं का फसल और आम का मंजर भी बर्बाद हो गया है." -रामचंद्र सिंह, किसान
नुकसान का हो रहा है मूल्यांकन: वहीं किसानों का कहना है कि सरकार को इस पर सोचना चाहिए कि किसान के साथ क्या हो रहा है. किसान के साथ अनर्थ हो रहा है. अचानक हुई बारिश के साथ ओला गिरने से गेहूं की फसल और आम का मंजर भी बर्बाद हो गया है. जबकि जिला कृषि पदाधिकारी वेदनारायण ने बताया कि बारिश आंधी तूफान वगैरा से फसलों के नुकसान की जानकारी प्राप्त हुई है इसका आकलन किया जा रहा है. 33% से ज्यादा नुकसान होने पर सरकारी मुआवजा प्रावधान है. जिला कृषि विभाग किसानों को हुए नुकसान का मूल्यांकन कर रही है. मूल्यांकन करने के बाद इस विषय में निर्णय लिया जाएगा.
"बारिश और आंधी तूफान से फसलों के नुकसान की जानकारी प्राप्त हुई है इसका आकलन किया जा रहा है. 33% से ज्यादा नुकसान होने पर सरकारी मुआवजा प्रावधान है. जिला कृषि विभाग किसानों को हुए नुकसान का मूल्यांकन कर रही है. मूल्यांकन करने के बाद इस विषय में निर्णय लिया जाएगा" - वेदनारायण, जिला कृषि पदाधिकारी