वैशालीः जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र महनार में एक बार फिर मानवता को शर्मसार करने वाली घटना देखने को मिली है, जहां इलाज के दौरान हुई मौत के बाद युवक का शव घर ले जाने के लिए अस्पताल प्रशासन ने एम्बुलेंस मुहैय्या कराने में घंटों लगा दिया. जिसके बाद परिजन मोटरसाइकिल पर ही युवक के शव को लेकर गांव के लिए निकल पड़े.
कुएं में गिर गया था युवक
दरअसल महनार अनुमंडल के नया गांव पश्चिमी पंचायत के वार्ड संख्या-14 में स्वर्गीय रामेश्वर राय के 22 वर्षीय पुत्र अवधेश कुमार पानी भरने के दौरान पैर फिसलने से कुंए में गिर गए. जिसके बाद परिजन आनन-फानन में स्थानीय लोगों की मदद से उसे कुएं से निकालकर महनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
घंटों बाद भी नहीं मिला एम्बुलेंस
उसके बाद मृतक का शव ले जाने के लिए परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से एम्बुलेंस की मांग की. लेकिन घंटों बीत जाने के बाद भी एम्बुलेंस मुहैया नहीं कराई गई. देर होता देख लाचार परिजन युवक के शव को मोटरसाइकिल पर ही लादकर घर के लिए निकल गए और अस्पताल प्रशासन तमशाबीन बनकर देखता रहा.
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'पोस्टमॉर्टम के डर से ले गए शव'
बहरहाल इस पूरी घटना पर जिला चिकित्सा पदाधिकारी मृतक युवक के परिजन को ही दोषी ठहरा रहे हैं. जिला चिकित्सा प्रभारी इंद्रदेव रंजन ने बताया कि एम्बुलेंस उपलब्ध कराई जा रही थी, लेकिन परिजन शव का पोस्टमॉर्टम कराने के डर से मोटरसाइकिल पर रखकर चलते बने.