वैशाली: सरकार दिव्यांगों को लेकर कई योजनाएं बनाती है. लेकिन इसका लाभ जरूरतमंद तक नहीं पहुंच पाती. जिले के एक वृद्ध दिव्यांग के परिजन वर्षो से सरकारी लाभ के लिए कार्यलयों का चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन अब तक इनको प्रशासन से कोई लाभ नहीं मिल सका है.
सारण जिले के सोनपुर प्रखण्ड के चौसिया गांव का है. यहां रहने वाले 60 वर्षीय रामेश्वर प्रसाद दिव्यांग हैं. ये वर्षो से बीमार हैं. गरीबी हालात इनके परिजन बड़ी मुश्किल से इलाज करा पा रहे हैं. लेकिन आज तक प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना का कार्ड भी नहीं बन सका है. रामेश्वर प्रसाद के इकलौता बेटा सब्जी बेच कर जीविकोपार्जन चला रहा है.
'किसी योजना का लाभ नहीं मिला'
दिव्यांग रामेश्वर प्रसाद के बेटा सुधीर ने बताया कि पापा पैरालिसिस से ग्रसित हैं. उनके इलाज और जीविकोपार्जन के लिए सब्जी बेचने के साथ-साथ पढ़ाई भी करता हूं. प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना का लाभ भी नहीं मिल सका है. सरकार के किसी योजना का लाभ अभी तक नहीं मिला है. इस हाल में भी हमारा हाल लेने वाला कोई नहीं है.
'कई चरणों में इसे बनना है'
अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी हरिशंकर चौधरी का कहना है कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत कार्ड अभी 2011 जनगणना के आधार पर बना है. लेकिन सभी को बनना है. कई चरणों में इसे बनना है. वहीं, दिव्यांग प्रमाण प्रत्र को लेकर उन्होंने कहा कि आवेदन करने के बाद जरूर बना दिया जाएगा.
जरूरतमंदों तक नहीं पहुंच रहा लाभ
बता दें कि जिले के 23 पंचायतो में आयुष्मान योजना के तहत अब तक 2200 हेल्थ कार्ड ही बना है. इस योजना के तहत हेल्थ कार्ड बनने का काम बहुत ही धीरे हो रहे हैं. इससे कई जरूरतमंदों तक इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है.