वैशाली :बिहार से रोज हजारों मजदूर दूसरे राज्यों में रोजी-रोटी की तलाश में जाते हैं, लेकिन कभी-कभी रोजी- रोटी की ये तलाश मौत का सबब बन जाती है. 12 दिन पहले वैशाली से महाराष्ट्र गए वीरेंद्र मालाकार (35 वर्ष) नाम के एक युवक के साथ कुछ ऐसा ही हुआ. उसकी संदिग्ध परिस्थिति में मौत (death in suspicious circumstances) हो गई है जिसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई है.
झूठी निकली शव के पोस्टमार्टम की बात : मृत वीरेंद्र के परिजनों का आरोप है कि फोन पर बताया गया था कि वह बीमार पड़ गया था. जिसके बाद उसे इलाज के लिए ले जाया जा रहा था, तभी उसकी मौत हो गई और पोस्टमार्टम करवा कर शव को गांव लाया जा रहा है. लेकिन जब शव गांव आया तो उसके शव के पोस्टमार्टम की बात झूठी निकली. इतना ही नहीं, आरोप है कि शव के साथ आए लोग मौके से तब फरार हो गए जब वीरेंद्र के परिजनों ने उनसे घटना के बारे में जानना चाहा.
गांव के ही कुछ लोगों के साथ गया था महाराष्ट्र : वीरेंद्र वैशाली जिले के महनार थाना क्षेत्र के अल्लीपुर हट्टा पंचायत की वार्ड संख्या 11 में रहता था. उसके पिता का नाम महेश भगत है. घटना के बारे में बताया गया कि वीरेंद्र अपने गांव के कुछ लोगों के साथ 12 दिन पहले नौकरी करने महाराष्ट्र गया था. जिसकी शनिवार को संदिग्ध परिस्थिति में मौत हो गई. उसका शव एम्बुलेंस से अल्लीपुर उसके घर लाया गया. शव आते ही मृतक के परिजन एवं गांव के लोग आक्रोशित हो गए. जिसके कारण शव घंटों एम्बुलेंस में ही पड़ा रहा.
तीन घंटे पहले तक मां से हुई थी उसकी बात : घटना को लेकर मृतक के परिजनों का आरोप है कि गांव का ही जागदेव राय मजदूरी करने के लिए उसको अपने साथ ले गया था. परिजनों ने बताया कि शनिवार की सुबह 8 बजे तक वीरेंद्र ने अपना मां से फोन पर बात की थी. उस समय सब सही था जिसके बाद 11 बजे अचानक फोन से सूचना मिली कि वीरेंद्र की मौत हो गई है.