वैशालीः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैशाली में बन रहे बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय (Buddha Samyak Darshan Museum in vaishali) का निरीक्षण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ कार्य स्थल का निरीक्षण किया. मुख्य रूप से बुद्ध कलश रखे जाने वाले बुद्ध स्तूप भवन का उन्होंने जायजा लिया. इस दौरान सीएम ने वहां मौजूद इंजीनियर और कर्मियों से काफी देर तक बातचीत की और कार्य प्रगति को लेकर कई तरह के निर्देश दिए.
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'2010 में वैशाली आकर रुके थे और उसके बाद यहां ये संग्रहालय बनवाने का निर्णय लिया था. 2019 में वैशाली बुद्ध दर्शन संग्रहालय की नींव रखी थी. बाढ़ और कोविड के वजह से काम में लेट हुआ. अब बातचीत हुई है कि काम में तेजी लाई जाए. यही देखने के लिए हम यहां आए हैं, कि निर्माण काम में क्या प्रगति है. दिसंबर तक बुद्ध स्तूप वाले भवन को कंप्लीट करने का आश्वासन तो मिला है'- नीतीश कुमार, सीएम
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम यहां बीच-बीच में आकर देखते रहते हैं. इस बार भी हमें लगा कि जाकर देखना चाहिए कि काम तेजी से क्यों नहीं हो रहा है. पहले तो कोरोना के कारण 2 साल दिक्कत थी. लेकिन अब तो वह सब ठीक है , कोई समस्या है नहीं. मैने कहा है कि अब तेजी से यहां पर काम करें. उन्होंने आगे बताया कि इसके चारों तरफ 8 जगहों पर तालाब जैसा बनाया जाएगा. इसके अलावा और भी बहुत सारे काम यहां कराने हैं. इसके अंदर म्यूजियम, विजिटर सेट, एमपी थिएटर, गेस्ट हाउस, ओरिएंटल गैलरी और पार्क भी होगा.
बता दें कि वैशाली प्रखंड में पुष्पकरणी सरोवर के निकट बुद्ध सम्यक दर्शन संग्रहालय का निर्माण 315 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है. जो 72 एकड़ जमीन पर बन रहा है. यहां 139 फीट ऊंचा भव्य स्तूप का निर्माण होगा. इसका व्यास 141 फिट है. पत्थर से बनने वाले स्तूप एवं बुद्ध सम्यक केंद्र को बनाने में 315 करोड़ रुपये की लागत आएगी. बुद्ध सम्यक दर्शन ,स्तूप का निर्माण तीस माह के अंदर पूरा किया जाना था. लेकिन कोरोना काल के कारण इसके निर्माण में देरी हुई.
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